सहरसा। करीब डेढ़ वर्षों से लापता 24 वर्षीय युवक रामप्रवेश चौधरी के गायब रहने की केस दर्ज कराने को लेकर स्वजनों ने शुक्रवार से प्रखंड मुख्यालय में अनशन शुरू कर दिया। हालांकि बीडीओ के आश्वासन पर अनशन समाप्त हो गया। स्वजनों का आरोप था कि थाना पुलिस समेत कई वरीय पदाधिकारियों के पास पिछले डेढ़ साल से केस दर्ज कराने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया जा रहा है।
बीडीओ कैलाशपति मिश्र अनशन स्थल पर पहुंचकर उनकी समस्या को सुनकर एक सप्ताह के अंदर केस दर्ज कराए जाने का आश्वासन दिया। लापता रामप्रवेश के पिता सोनवर्षाराज राज के जीवन ज्योति चौधरी ने थाने में आवेदन देकर बताया था कि गांव की संगीता देवी, श्रवण स्वर्णकार, निशा कुमारी, मनोज स्वर्णकार तथा राजेन्द्र स्वर्णकार द्वारा अच्छी नौकरी का प्रलोभन देकर गत वर्ष 31 मार्च को पुत्र रामप्रवेश को बेगुसराय ले जाया गया था। कुछ ही दिनों बाद रामप्रवेश से आखिरी बार बातें हुई जिसमें रामप्रवेश ने बंगलुरू जाने की बात बताई थी जिसके बाद से वह अबतक लापता है। बीडीओ ने बताया कि स्वजनों के द्वारा दिए आवेदन पर मामला दर्ज करने के लिए थानाध्यक्ष को कहा गया है।