मधेपूरा। अंशु यादव की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण सिगियोन के लोग डरे हुए हैं। अंधेरा होने के बाद लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वहीं, कई लोग तो डर से गांव ही नहीं जा रहे हैं। बाहर ही रह रहे हैं।
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लोगों को कहना है कि अंशु आसपास ही कहीं छिपा हुआ है। कभी भी गांव में आ सकता है। ऐसे में अनहोनी हो सकती है।
इससे ग्रामीण डरे हुए हैं। पुलिस प्रशासन सिर्फ अंधेरे में तीर चला रहा है। सात दिन बाद भी मुख्य आरोपित पकड़ से बाहर है
सात दिन से हत्या के मुख्य आरोपित पुलिस को चकमा दे रहा है। 17 नामजद आरोपितों में अब तक मात्र पांच लोगों की गिरफ्तारी हो सकी है। ऐसे में पुलिस के कार्य प्रश्नचिह्न लग रहा है।

कोसी व मिथिलांचल के लोगों का अंग क्षेत्र से रिश्ता होगा मजबूतयह भी पढ़ें
मालूम हो कि जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र में 14 सितंबर की रात बदमाशों ने सिंहेश्वर के जदयू प्रखंड अध्यक्ष हरेंद्र मंडल के बड़े भाई अनिल मंडल (50), रवींद्र यादव (40) व तपेश्वरी यादव (55) को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। तपेश्वरी यादव की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि अस्पताल लाने के दौरान राजेंद्र यादव ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। वहीं, गंभीर रूप से जख्मी प्रखंड अध्यक्ष के भाई का इलाज दरभंगा में हो रहा है। हत्या का मुख्य आरोपित सिगियोन निवासी अंशु यादव को बनाया गया है।
सिर्फ छापेमारी, कब होगी गिरफ्तारी
सिगियोन में दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सात दिनों से छापेमारी की बात कह रही है। वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान की बात बताई जा रही है। क्या पुलिस सूत्र इतना कमजोर है। सात दिन बाद भी आरोपित पुलिस के हाथ नहीं आ रहा। आखिर कब तक लोग डर के साये में रहेंगे। इधर पुलिस की स्थिति पर जनप्रतिनिधों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जल्द ही आंदोलन की बात कही जा रही है।
कोट पुलिस की तीन टीम लगातार मुख्य आरोपित अंशु यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस को जल्द ही सफलता मिलेगी। -अजय नारायण यादव,
एसडीपीओ, मधेपुरा
लोगों को कहना है कि अंशु आसपास ही कहीं छिपा हुआ है। कभी भी गांव में आ सकता है। ऐसे में अनहोनी हो सकती है।
इससे ग्रामीण डरे हुए हैं। पुलिस प्रशासन सिर्फ अंधेरे में तीर चला रहा है। सात दिन बाद भी मुख्य आरोपित पकड़ से बाहर है
सात दिन से हत्या के मुख्य आरोपित पुलिस को चकमा दे रहा है। 17 नामजद आरोपितों में अब तक मात्र पांच लोगों की गिरफ्तारी हो सकी है। ऐसे में पुलिस के कार्य प्रश्नचिह्न लग रहा है।

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सिर्फ छापेमारी, कब होगी गिरफ्तारी
सिगियोन में दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सात दिनों से छापेमारी की बात कह रही है। वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान की बात बताई जा रही है। क्या पुलिस सूत्र इतना कमजोर है। सात दिन बाद भी आरोपित पुलिस के हाथ नहीं आ रहा। आखिर कब तक लोग डर के साये में रहेंगे। इधर पुलिस की स्थिति पर जनप्रतिनिधों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जल्द ही आंदोलन की बात कही जा रही है।
कोट पुलिस की तीन टीम लगातार मुख्य आरोपित अंशु यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस को जल्द ही सफलता मिलेगी। -अजय नारायण यादव,
एसडीपीओ, मधेपुरा