परिजनों के दबाव में की शादी
पूरी कहानी फिल्मों की तरह जरूर लग रही है लेकिन यह है पूरी हकीकत. ये कहानी जहां एक तरफ समाज में पनप रही समलैंगिक संबंधों के बढ़ते प्रसाद को दर्शा रही है तो वही बच्चों के प्रति अभिभावकों की लापरवाही भी सामने आ रही है. दरअसल पूरा मामला झारखंड राज्य के चतरा जिले से संबंधित है. प्राप्त जानकारी के अनुसार चतरा में ही दो लड़की, अनुजा कुमारी और प्रियंका वर्मा (दोनों काल्पनिक नाम) किसी मॉल में काम करती थी. धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हुई और यह प्यार में बदल गया. फिर पूजा ने प्रियंका वर्मा को लड़का मानकर उससे शादी कर ली तथा पति के रूप में स्वीकार कर लिया.
दो वर्षों तक साथ रहने का दावा कर रहे दोनों
दो वर्षों तक चले इस बेमेल विवाह बंधन के बाद अनुजा के परिजनों ने उसकी शादी बेगूसराय जिले के पटेल चौक निवासी सुमित कुमार (काल्पनिक नाम) से कर दी. अनुजा कुमारी ने बताया कि परिजनों के द्वारा जबरन कराई गई थी. इस शादी के बाद अनुजा ने सुमित कुमार को अपने समलैंगिक साथी के संबंध में सब कुछ बता दिया. आरोप है कि शादी के समय सुमित एवं उसके परिजनों के द्वारा कोई आपत्ति नहीं की गई तथा सुमित ने कहा कि तुम अगर उसके साथ भी रहती हो तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है.
साथ रहने की है दोनों की जिद
अजीबोगरीब मामले का हल ढूंढ रही है पुलिस
बेगूसराय पुलिस के लिए यह पहला अजीबोगरीब मामला है जिसमें कि एक लड़की ने एक लड़की तथा एक लड़के से शादी की है. नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी संतोष शर्मा ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इन्हें अपनी सुरक्षा में थाने जरूर ले आई है, लेकिन अब पुलिस भी इस मामले में विधि सम्मत कार्रवाई के लिए कानून की किताबों में हल ढूंढ रही है.
प्रेम त्रिकोण पर पसोपेश में पड़ी है बेगूसराय पुलिस
देखा जाए तो बड़े शहरों के लिए यह आम बात हो सकती है लेकिन बेगूसराय जैसे शहर के लिए यह अजीबोगरीब मामला है. अब देखने वाली बात होगी की किसकी पूजा सफल होती है. देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रियंका और अनुजा का साथ रहने का सपना सफल होता है.