
मधेपुरा। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है। देशभर में 17 मई लॉकडाउन 4.0 लगाया गया है। वहीं लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों क आना लगातार जारी है। प्रखंड क्षेत्र में चोरी-छिपे घर लौटे नौ प्रवासी मजदूरों के क्वारंटाइन सेंटर नहीं जाने पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताते चलें कि नौ प्रवसी मजदूर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से साईकिल एवं अन्य साधनों से 17, 18 एवं 19 मई को प्रखंड क्षेत्र के रामनगर महेश पंचायत पहुंचे। बाहर से आए इन मजदूरों का स्वास्थ्य जांच कर सामुदायिक क्वारंटाइन सेंटर रामनगर महेश में जाने को कहा गया था।। परंतु नौ मजदूर क्वारंटाइन सेंटर के बजाए अपने घर के समीप विद्यालय में चले गए। उस विद्यालय में जाकर मजदूरों ने वीडियो वायरल कर वहां किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं होने की बात कही। वीडिया के वायरल होने के बाद जिला पदाधिकारी ने मामले की त्वरित जांच के लिए बीडीओ नवीन कुमार सिन्हा एवं सीओ जयप्रकाश राय, एसएचओ रवीश रंजन को भेजा। मामले की जांच कर अधिकारियों ने मध्य विद्यालय रामनगर महेश में रुके हुए मजदूरों को महर्षि मेंहीं उच्च विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करवाया। इसके बाद सीओ ने सीओ ने पंजीकरण के तीन दिन बाद भी क्वारंटाइन सेंटर नहीं पहुंचने एवं गलत वीडियो जारी करने को ले प्राथमिकी दर्ज कराई है। बताते चलें कि मध्य विद्यालय रामनगर महेश को क्वारंटाइन सेंटर नहीं बनाया गया है। इस वजह से उस विद्यालय को क्वारंटाइन सेंटर बता कर गलत वीडियो जारी करने को ले प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं प्रवासी मजदूरों ने कहा कि स्वास्थ परीक्षण पर्ची में सामुदायिक क्वारंटाइन कैंप एमएस रामनगर महेश लिखे होने के कारण वहां रूकने की बात कही।