सहरसा। आदर्श मध्य विद्यालय नवहट्टा के नियोजित शिक्षक मणिरंजन गौतम सहित दो लोगों की मंगलवार की सुबह बलुआहा पुल के समीप सड़क हादसे में मौत हो गई।
सरल स्वभाव व अच्छे शिक्षक के रूप में समाज में पहचान बनाए शिक्षक मणि रंजन की मौत की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया।
बताते हैं कि दरभंगा जिले के बलथरी गांव में कुछ माह पूर्व ही उनके छोटे भाई की शादी हुई थी। लॉकडाउन की घोषणा से पूर्व छोटे भाई के ससुर रविद्र सिंह नवहट्टा आए थे। लॉकडाउन में फंसने होने से वे अपने गांव नहीं जा सके थे। वे बीमार हुए तो उन्हें डॉक्टर से दिखाने और पैतृक गांव पहुंचाने के लिए शिक्षक मणिरंजन अपनी बाइक पर सवार होकर घर से निकले।
बलुआहा पुल पार करने के बाद जलई ओपी क्षेत्र अंतर्गत पुनाच गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रहे एक पिकअप वैन ने बाइक में टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार दोनों जख्मी हो गये। शिक्षक के सिर में गंभीर चोटें आई। इलाज के लिए जब हॉस्पीटल ले जाया गया तो वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं रविद्र सिंह को भी स्थिति नाजुक देखकर इलाज के लिए दरभंगा रेफर किया गया, किंतु उनकी भी मौत हो गई।
उठ गया मासूम के सिर से पिता का साया
सहरसा। नवहट्टा निवासी शिक्षक मणिरंजन गौतम की सड़क दुर्घटना में हुए असामयिक मौत के बाद तीन मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। शव के गांव पहुंचते ही आसपास के लोग एवं शिक्षक श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचने लगे। सभी लोगों की आंखें दादा उमेश सिंह की गोद में बैठी सात वर्षीय नंदनी कुमारी एवं चार वर्षीय ऋतिका कुमारी को देखकर नम हो गई। लगभग छह महीने पूर्व पुत्र हर्ष के जन्म से परिवार में खुशहाली आई थी। मां रेशमी देवी की गोद में मासूम बच्चा किलकारियां ले रहा था। उसे क्या पता, उसके सिर से पिता का साया उठ गया है। नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। मिथिलेश कुमार सिंह, भालचंद्र ठाकुर, नीलमणि गौतम, अंजुम जमाली, सुमन सुधाकर, हरेराम चौधरी, रविद्र रजक, आलोक वर्मा, निर्भय कुमार सिंह, क्यूम परवाना, शिव कुमार सागर, विंदु कुमार पन्ना, बंदे लाल पासवान, धनंजय कुमार झा, रितेश कुमार, मनोज कुमार सिंह, रोशन सिंह आदि शिक्षकों ने शोक जताया है।