Kosi Live-कोशी लाइव सहरसा।सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद होने से छाई मायूसी - Kosi Live-कोशी लाइव

KOSILIVE BREAKING NEWS

Wednesday, April 15, 2020

सहरसा।सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद होने से छाई मायूसी

सहरसा। मंगलवार की देर रात तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण तटबंध के अंदर और बाहर हजारों एकड़ में लगी मक्का की फसल को भारी नुकसान हुआ है। वहीं गेहूं के फसल को भी नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार, तटबंध के अन्दर मनोवर, झाड़ा, तेलवा पूर्वी और पश्चिमी, ऐना, भेलाही, बघवा, बीरगांव, कुंदह, आरापट्टी सहित सभी पंचायतों में मक्का की फसल बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा की जाती है। मक्का की फसल में इस क्षेत्र के किसानों की मुख्य फसल भी मानी जाती है। लेकिन मंगलवार की रात तेज हवा के साथ हुई वर्षा में मक्का की फसल को हुए नुकसान से किसानों को काफी आर्थिक क्षति होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मनोवर के किसान हबीबउल्लाह, तंजीम, झाड़ा के विपीन पासवान, हरेराम ठाकुर, कुन्दह के अनवार आलम, आरापट्टी के मनोहर चौधरी, बीरगांव के मनोज पासवान सहित अन्य का कहना है कि मक्का की फसल को हुए नुकसान ने समस्या बढ़ा दी है। गेहूं की फसल भी लॉकडाउन के कारण खेतों में लगी हुई थी जिसे क्षति पहुंची है। प्रखंड कृषि समन्यवयक कमलेश कुमार का कहना है कि वर्षा से फसल को होने वाले नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वहीं कुन्दह के पंसस सदस्या नुरजहां, उपमुखिया हरदेव मुखिया सहित अन्य ने बताया कि तेज हवा के साथ हुई वर्षा में पंचायत के वार्ड नंबर तीन में सात घर गिर गये।

सहरसा। मंगलवार की देर रात तेज आंधी एवं वर्षा के कारण सैकड़ों एकड़ में लगे मकई एवं गेहूं फसल के बर्बाद होने से किसानों में मायूसी छा गयी है।

प्रखंड क्षेत्र के किसनपुर, पहाड़पुर, पस्तपार, कपसिया, जम्हरा, पामा, गोलमा, बिसनपुर सहित कई पंचायतों में अभी 60 से 70 फीसदी हीं गेहूं की कटनी हो पाई है, जबकि मकई के फसलों में अभी बाली हीं निकल रहा था। बरहसिंहा वार्ड 17 के किसान सत्येन्द्र कुमार कहते हैं कि लगभग तीन एकड़ में लगे मकई का फसल बर्बाद गया जिससे पांच-छह लाख रुपये की क्षति हुई है।

पहाड़पुर निवासी विजय कुमार यादव, भद्दी निवासी श्यामल किशोर पथिक, जम्हरा निवासी राधारमण सिंह, जवाहर सिंह सहित कई ने बताया कि गेहूं फसल खेत तथा खलिहान में बर्बाद हो गया तो मकई का लगा फसल खेत में गिर गया जिससे भारी किसानों को भारी क्षति पहुंची है।