बिहार के बेगूसराय जिले में लॉकडाउन में कानून को धता बताते हुए कोचिंग चला रहे एक सरकारी शिक्षक को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया और जवानों के साथ बदसलूकी की।
गिरफ्तार नियोजित शिक्षक मो इफ्तिखार आलम उर्फ बबलू उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुबारकपुर में पदस्थापित है। रविवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि लॉकडाउन में सभी स्कूल, कोचिंग व शिक्षण संस्थान बंद होने के बाद भी मुबारकपुर, हसनपुर निवासी शिक्षक मो. इफ्तिखार आलम फुलकारी गांव स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र में कोचिंग चला रहे हैं। पुष्टि के लिए थाने के एएसआई अशोक कुमार जब उक्त केंद्र पर पहुंचे तो वहां करीब 40 बच्चे एक कमरे में बैठे थे और मो. इफ्तिखार आलम उन्हें पढ़ा रहे थे।
उनसे जब पूछा गया कि कोरोना कोविड-19 के खतरे को देखते हुए सभी र्कोंचग बंद रखने का आदेश है, फिर भी वह 40 बच्चों को एक साथ बैठा कर क्यों पढ़ा रहे हैं, वे सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं कर रहे हैं। वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने बताया कि जब थाने जाने के लिए कहा गया तो वह हंगामा करने लगे। इस दौरान वहां ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। कुछ लोग पुलिस से उलझ गए।
फिर 25-30 और लोग हंगामा करते हुए पुलिस पर हमला करने के लिए दौड़ पड़े। तब पुलिस ने शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया और जल्दी से उसे थाने ले आई। रास्ते में गिरफ्तार शिक्षक द्वारा पुलिस के साथ हाथापाई करने की कोशिश की गई। इसमें पुलिस की वर्दी को नुकसान पहुंचा। थानाध्यक्ष सुचित कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर शिक्षक को जेल भेज दिया गया है।