सहरसा। शहर के कचहरी ढाला काली मंदिर के समीप आपस में मारपीट कर रहे लोगों के बीच बचाव करने गई पुलिस पर हमला करने के मामले में पुलिस ने तीन महिला समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में 10 लोगों को नामजद और 15 लोगों को अज्ञात अभियुक्त बनाया गया है।
सदर थाना में सअनि मनोज कुमार सिंह के आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन आदेश को प्रभावी बनाने के लिए सुपर मार्केट से वरीय अधिकारी के आदेश पर कचहरी ढ़ाला के समीप पहुंचे वहां काली मंदिर के समीप देखे कि कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए कचहरी ढ़ाला पर प्रतिनियुक्त पटना जिला बल के पुअनि मनोज कुमार, औरंगाबाद जिला बल के जवान राजदीन यादव, पटना जिला बल के पीटीसी भूपेन्द्र कुमार एवं संतोष कुमार के साथ 20-25 की संख्या में अज्ञात महिला व पुरुष द्वारा गाली-गलौज कर मारपीट की जा रही थी। जिसमें पटना जिला बल के सिपाही विभाकर कुमार जख्मी हो गये। जिसे पुलिस वाहन से सदर अस्पताल भेजा गया। जिसके बाद पुलिस बल पर जानलेवा हमला करने वाले व्यक्तियों की पहचान शुरू करते हुए मणि ठाकुर उनकी प्रमिला देवी, संजीव साह एवं उनकी पत्नी अनिता देवी, संतोष कुमार, आदित्य कुमार एवं रंजन देवी को पकड़ा गया। जबकि भूलो देवी, खुशबू खातुन एवं जुबेदा खातुन घर से फरार हो गई। इधर, घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, थानाध्यक्ष आरके सिंह भी पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। एसडीपीओ ने बताया कि कचहरी ढ़ाला पर विधि व्यवस्था के ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी को कचहरी ढ़ाला के समीप काली मंदिर के बगल में हो-हल्ला व मारपीट की जानकारी मिली। वहां पहुंचे इन पुलिसकर्मियों द्वारा उनलोगों को समझाने का प्रयास किया गया तो पुलिसकर्मी से उलझकर हमला कर दिया गया। जिसमें सिपाही विभाकर कुमार जख्मी हो गये। मामले में लॉकडाउन आदेश का उल्लंघन करने एवं पुलिस बल पर हमला करने को लेकर 10 नामजद व 15 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जबकि सात को गिरफ्तार किया गया।
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आपस में मारपीट कर रहे लोगों के पास बीच-बचाव में पहुंची पुलिस बल पर हमला किया गया। जिसमें एक जवान जख्मी हुए हैं। सात को गिरफ्तार किया गया है।
राकेश कुमार, एसपी, सहरसा।