कोशी लाइव_नई सोच नई खबर।
*रिपोर्ट - अमन कुमार, सहरसा।*
बिहार/कोसी - सहरसा जिला अन्तर्गत महिषी विधानसभा राष्ट्रीय जनता दल की पारंपरिक सीट रही है। केवल विधानसभा आम चुनाव 2010 में यह सीट जनता दल यूनाइटेड के खाते में गयी थी। दिवंगत पूर्व मंत्री व निवर्तमान विधायक प्रोo अब्दुल गफूर यहाँ का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय जनता दल की टिकट पर 4 बार कर चुके थे। उनके असामयिक निधन से यह सीट रिक्त हो गई है। पिछ्ले विधानसभा आम चुनाव प्रोo अब्दुल गफूर व पूर्व बीडीओ डॉo गौतम कृष्ण के बीच बड़ा ही दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था और यहाँ NDA गठबंधन के प्रत्याशी चंदन साह बागची को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। डॉo गौतम कृष्ण पिछ्ले 5 वर्षों से लगातार सहरसा समेत महिषी विधानसभा में सघन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। साथ ही लोगों के सुख-दुःख में सहभागी बनते रहे हैं। इनके द्वारा सहरसा में (AIIMS) एम्स निर्माण हेतु आन्दोलन ने इनकी लोकप्रियता को जन जन तक तक पहुँचाई। इसबार विधानसभा आम चुनाव में डॉo गौतम कृष्ण का पलड़ा भारी दिख रहा है। इस वजह से ये प्रोo अब्दुल गफूर के विकल्प बनते दिख रहे हैं।आज इनकी योग्यता और लोकप्रियता को कोई भी राजनीतिक दल नकार नहीं सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजद शीर्ष नेतृत्व इसबार पूर्व बीडीओ डॉo गौतम कृष्ण पर दांव लगाने पर सहमत दिख रहा है।
*रिपोर्ट - अमन कुमार, सहरसा।*
बिहार/कोसी - सहरसा जिला अन्तर्गत महिषी विधानसभा राष्ट्रीय जनता दल की पारंपरिक सीट रही है। केवल विधानसभा आम चुनाव 2010 में यह सीट जनता दल यूनाइटेड के खाते में गयी थी। दिवंगत पूर्व मंत्री व निवर्तमान विधायक प्रोo अब्दुल गफूर यहाँ का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय जनता दल की टिकट पर 4 बार कर चुके थे। उनके असामयिक निधन से यह सीट रिक्त हो गई है। पिछ्ले विधानसभा आम चुनाव प्रोo अब्दुल गफूर व पूर्व बीडीओ डॉo गौतम कृष्ण के बीच बड़ा ही दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था और यहाँ NDA गठबंधन के प्रत्याशी चंदन साह बागची को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। डॉo गौतम कृष्ण पिछ्ले 5 वर्षों से लगातार सहरसा समेत महिषी विधानसभा में सघन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। साथ ही लोगों के सुख-दुःख में सहभागी बनते रहे हैं। इनके द्वारा सहरसा में (AIIMS) एम्स निर्माण हेतु आन्दोलन ने इनकी लोकप्रियता को जन जन तक तक पहुँचाई। इसबार विधानसभा आम चुनाव में डॉo गौतम कृष्ण का पलड़ा भारी दिख रहा है। इस वजह से ये प्रोo अब्दुल गफूर के विकल्प बनते दिख रहे हैं।आज इनकी योग्यता और लोकप्रियता को कोई भी राजनीतिक दल नकार नहीं सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजद शीर्ष नेतृत्व इसबार पूर्व बीडीओ डॉo गौतम कृष्ण पर दांव लगाने पर सहमत दिख रहा है।