कोशी लाइव_नई सोच नई खबर।
• जिले में बाहर से आए लोगों का किया जा रहा सर्विलांस
• कुल 17 लोगों को किया गया आइसोलेट
•बिहार में 5192 लोगों ने कॉल कर ली है जानकारी
• भारत-नेपाल के 49 ट्रांजिट पॉइंट पर लगभग 2.38 लाख यात्रियों की हुयी स्क्रीनिंग
• राज्य में 65000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों का उन्मुखिकरण
• बिहार में एक भी कोरोनावायरस मामले की पुष्टि नहीं
पूर्णियाँ/ 20 मार्च :
कोरोनावायरस की रोकथाम को लेकर बिहार सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार सरकार ने कोरोनावायरस पर सम्पूर्ण जानकारी देने के उद्देश्य से 104 नम्बर की 24x7 टोल फ्री नंबर भी जारी की है. राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा 19 मार्च को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार तक पूरे प्रदेश में 5192 लोगों ने फ़ोन कर कोरोनावायरस पर जानकारी प्राप्त की है. कोरोनावायरस संक्रमण से फ़िलहाल विश्व के 161 देश ग्रसित हैं. देश में भी संक्रमण के मामलों की वृद्धि पिछले कुछ दिनों में देखी गयी है. लेकिन अभी भी बिहार में कोरोनावायरस के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुयी है.
ट्रांजिट पॉइंट पर बरती जा रही सतर्कता :
नेपाल की सीमा से लगे बिहार में कुल 7 जिलों के 6364 गाँव आते हैं एवं भारत – नेपाल सीमा पर कुल 49 ट्रांजिट पॉइंट है. कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते इन ट्रांजिट पॉइंटो पर लगभग 2.38 लाख यात्रियों की जाँच की गयी है. साथ ही विदेशी पर्यटकों में कोरोना वायरस के संक्रमण की जाँच करने की दिशा में पटना एवं गया एयरपोर्ट पर भी यात्रियों की विशेष जाँच की जा रही है, जिसमें कुल 20120 यात्रियों की जाँच की गयी है, जिसमें एक भी यात्री में संक्रमण के लक्षण नहीं मिले हैं. कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम एवं इस पर आम जन-जगरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 19 मार्च तक 65878 स्वास्थ्य कर्मियों का उन्मुखिकरण किया गया है.
25 जनवरी को नोवेल कोरोना वायरस पर भेजी गयी थी एडवाइजरी:
विश्व भर में नोवेल कोरोना वायरस के प्रतिवदित मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है. इन तैयारियों में सबसे पहले राज्य सरकार की ओर से 25 जनवरी को नोवेल कोरोना वायरस पर एडवाइजरी भेजी गयी थी. इसके साथ ही जिला और मेडिकल कॉलेजों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्यूर भी उपलब्ध कराया गया है. पर्सनल प्रोटेक्शन इक्वीपमेंट्स किट्स, एन-95 मास्क, इन्फ्रारेड थर्मामीटर सभी जिलों एवं मेडिकल कॉलेजों को उपलब्ध करा दिया गया है. पटना एवं गया एयरपोर्ट पर जनमानस की जानकारी के लिए स्वास्थ्य चेतावनी एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए एडवाईजरी को प्रदर्शित किया गया है. हवाई अड्डों पर अलगाव वार्ड(आईसोलेसन वार्ड) का निर्माण किया गया है. प्रभावित देशों के यात्रियों की लाइन लिस्टिंग और हवाई अड्डे के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आई.ई.सी. सामग्री का प्रदर्शन सुनिश्चित किया गया है.
जिला सहित मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड किये गए निर्मित:
जिला सिविल सर्जन डॉ मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा प्रखंड स्तर पर भी धमदाहा, बनबनखी, रुपौली, बैसा व अमौर के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी 38 जिलों को आइसोलेशन और सैंपल संग्रह के लिए 9 मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों से जोड़ा गया है. कोरोना वायरस से संबंधित गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले और मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में नोडल पदाधिकारी भी नामित किया गया है.
संदिग्ध यात्रियों की 14 दिनों तक की जा रही निगरानी:
नेपाल से सटे सातों जिलों को कोरोना वायरस से संबंधित गतिविधियों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है एवं इसके लिए जिला स्तर की गतिविधियों की नियमित निगरानी की जा रही है. संदेहास्पद यात्रियों को चिन्हित कर 14 दिनों के लिए सर्विलांस पर रखा जा रहा है. 19 मार्च तक जिले में 17 यात्रियों को सर्विलेंस पर लिया गया था जिसमें से 5 को मुक्त कर दिया गया है. शेष लोग अभी भी सर्विलेंस पर है. उन्होंने कहा कि राज्य में 354 यात्रियों को निगरानी के लिए नामांकित किया गया था, जिसमें कुल 114 यात्रियों ने 14 दिनों की निगरानी का समय पूरा कर लिया है.
प्रचार-प्रसार पर भी दिया जा रहा जोर:
डॉ प्रसाद ने कहा कि सभी अस्पतालों को ग्राम सभा की बैठकों के लिए आईईसी सामग्री और टॉकिंग पॉइंट प्रदान किए गए हैं. कोरोना वायरस पर बेहतर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराने के मकसद से जिले में महत्वपूर्ण स्थानों का चुनाव कर वहाँ आईसी सामग्री प्रदर्शित किए जा रहे हैं.
इन बातों का रखें ध्यान:
• हाथ साफ़ रखें
• चेहरे पर मास्क का ठीक तरह से इस्तेमाल करें
• नियमित रूप से बुखार की जाँच करें
• भीड़ में जाने से बचें
• गंदे हाथों से चेहरा न छुएं
• जिले में बाहर से आए लोगों का किया जा रहा सर्विलांस
• कुल 17 लोगों को किया गया आइसोलेट
•बिहार में 5192 लोगों ने कॉल कर ली है जानकारी
• भारत-नेपाल के 49 ट्रांजिट पॉइंट पर लगभग 2.38 लाख यात्रियों की हुयी स्क्रीनिंग
• राज्य में 65000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों का उन्मुखिकरण
• बिहार में एक भी कोरोनावायरस मामले की पुष्टि नहीं
पूर्णियाँ/ 20 मार्च :
कोरोनावायरस की रोकथाम को लेकर बिहार सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार सरकार ने कोरोनावायरस पर सम्पूर्ण जानकारी देने के उद्देश्य से 104 नम्बर की 24x7 टोल फ्री नंबर भी जारी की है. राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा 19 मार्च को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार तक पूरे प्रदेश में 5192 लोगों ने फ़ोन कर कोरोनावायरस पर जानकारी प्राप्त की है. कोरोनावायरस संक्रमण से फ़िलहाल विश्व के 161 देश ग्रसित हैं. देश में भी संक्रमण के मामलों की वृद्धि पिछले कुछ दिनों में देखी गयी है. लेकिन अभी भी बिहार में कोरोनावायरस के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुयी है.
ट्रांजिट पॉइंट पर बरती जा रही सतर्कता :
नेपाल की सीमा से लगे बिहार में कुल 7 जिलों के 6364 गाँव आते हैं एवं भारत – नेपाल सीमा पर कुल 49 ट्रांजिट पॉइंट है. कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते इन ट्रांजिट पॉइंटो पर लगभग 2.38 लाख यात्रियों की जाँच की गयी है. साथ ही विदेशी पर्यटकों में कोरोना वायरस के संक्रमण की जाँच करने की दिशा में पटना एवं गया एयरपोर्ट पर भी यात्रियों की विशेष जाँच की जा रही है, जिसमें कुल 20120 यात्रियों की जाँच की गयी है, जिसमें एक भी यात्री में संक्रमण के लक्षण नहीं मिले हैं. कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम एवं इस पर आम जन-जगरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 19 मार्च तक 65878 स्वास्थ्य कर्मियों का उन्मुखिकरण किया गया है.
25 जनवरी को नोवेल कोरोना वायरस पर भेजी गयी थी एडवाइजरी:
विश्व भर में नोवेल कोरोना वायरस के प्रतिवदित मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है. इन तैयारियों में सबसे पहले राज्य सरकार की ओर से 25 जनवरी को नोवेल कोरोना वायरस पर एडवाइजरी भेजी गयी थी. इसके साथ ही जिला और मेडिकल कॉलेजों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्यूर भी उपलब्ध कराया गया है. पर्सनल प्रोटेक्शन इक्वीपमेंट्स किट्स, एन-95 मास्क, इन्फ्रारेड थर्मामीटर सभी जिलों एवं मेडिकल कॉलेजों को उपलब्ध करा दिया गया है. पटना एवं गया एयरपोर्ट पर जनमानस की जानकारी के लिए स्वास्थ्य चेतावनी एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए एडवाईजरी को प्रदर्शित किया गया है. हवाई अड्डों पर अलगाव वार्ड(आईसोलेसन वार्ड) का निर्माण किया गया है. प्रभावित देशों के यात्रियों की लाइन लिस्टिंग और हवाई अड्डे के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आई.ई.सी. सामग्री का प्रदर्शन सुनिश्चित किया गया है.
जिला सहित मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड किये गए निर्मित:
जिला सिविल सर्जन डॉ मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा प्रखंड स्तर पर भी धमदाहा, बनबनखी, रुपौली, बैसा व अमौर के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी 38 जिलों को आइसोलेशन और सैंपल संग्रह के लिए 9 मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों से जोड़ा गया है. कोरोना वायरस से संबंधित गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले और मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में नोडल पदाधिकारी भी नामित किया गया है.
संदिग्ध यात्रियों की 14 दिनों तक की जा रही निगरानी:
नेपाल से सटे सातों जिलों को कोरोना वायरस से संबंधित गतिविधियों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है एवं इसके लिए जिला स्तर की गतिविधियों की नियमित निगरानी की जा रही है. संदेहास्पद यात्रियों को चिन्हित कर 14 दिनों के लिए सर्विलांस पर रखा जा रहा है. 19 मार्च तक जिले में 17 यात्रियों को सर्विलेंस पर लिया गया था जिसमें से 5 को मुक्त कर दिया गया है. शेष लोग अभी भी सर्विलेंस पर है. उन्होंने कहा कि राज्य में 354 यात्रियों को निगरानी के लिए नामांकित किया गया था, जिसमें कुल 114 यात्रियों ने 14 दिनों की निगरानी का समय पूरा कर लिया है.
प्रचार-प्रसार पर भी दिया जा रहा जोर:
डॉ प्रसाद ने कहा कि सभी अस्पतालों को ग्राम सभा की बैठकों के लिए आईईसी सामग्री और टॉकिंग पॉइंट प्रदान किए गए हैं. कोरोना वायरस पर बेहतर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराने के मकसद से जिले में महत्वपूर्ण स्थानों का चुनाव कर वहाँ आईसी सामग्री प्रदर्शित किए जा रहे हैं.
इन बातों का रखें ध्यान:
• हाथ साफ़ रखें
• चेहरे पर मास्क का ठीक तरह से इस्तेमाल करें
• नियमित रूप से बुखार की जाँच करें
• भीड़ में जाने से बचें
• गंदे हाथों से चेहरा न छुएं
