बिहार राज्य खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण आयोग सदस्य अंगद कुशवाहा पहुंचे अपने गांव, लोगों से किया स्नेहिल मुलाकात
खाद्य उपभोक्ताओं का शोषण करने वाले कर्मियों की खैर नहीं - अंगद कुशवाहा, सदस्य खाद्य आयोग
ANA/Arvind Verma
खगड़िया। बिहार राज्य खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण आयोग के सदस्य अंगद कुशवाहा गोगरी अनुमंडल मुख्यालय बड़ी चक (वार्ड नंबर 18) स्थित अपने आवास पर इलाके के प्रबुद्ध नागरिकों, समाज सेवियों एवं शुभचिंतकों से स्नेहिल मुलाकात कर उनके द्वारा किए गए अभिनंदन के प्रति आभार प्रकट किया। अंगद कुशवाहा ने एक विशेष भेंट में मीडिया से कहा आयोग का मुख्य कार्य राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, जन वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को रियायती दरों पर अनाज -किरासन उपलब्ध कराना, काला बाजारी रोकना, किसानों से एमएसपी पर धान-गेहूं की खरीद करना, और उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा करना है, जिसमें शिकायत निवारण (जिला/राज्य स्तर पर) और मिलावट नियंत्रण शामिल हैं। राष्ट्रीय खाद्य आयोग सुरक्षा अधिनियम, 2013 के तहत पात्र परिवारों को गुणवत्तापूर्ण अनाज (चावल, गेहूं) का नियमित वितरण कराने को प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही राशन दुकानों के माध्यम से खाद्यान्न, मिट्टी का तेल और रसोई गैस का उचित और पारदर्शी वितरण सुनिश्चित करना और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना और उनके कल्याण के लिए कार्य करना, जिसमें अनुचित व्यापार प्रथाओं और मिलावट पर रोक लगाना शामिल है। आगे अंगद कुशवाहा ने कहा आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करना और कालाबाजारी व जमाखोरी पर नियंत्रण रखना भी आयोग का कार्य है। जिला और राज्य स्तर पर उपभोक्ता विवाद निवारण आयोगों के माध्यम से उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित, सस्ता और न्यायपूर्ण समाधान प्रदान करना (खासकर 50 लाख से 2 करोड़ रुपये तक के मामलों में)। पेट्रोलियम उत्पादों में होने वाली मिलावट को रोकना आदि शामिल है। खाद्यान्न की उपलब्धता, वितरण और गुणवत्ता के साथ-साथ उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है बिहार राज्य खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण आयोग। अंगद कुशवाहा ने कहा बिहार के खाद्य उपभोक्ताओं का किसी भी स्तर पर हो रहे शोषण की कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सुशासन की सरकार बदनाम करने वाले अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई। खाद्य उपभोक्ताओं के हक को मारने की कोशिश नहीं करें संबंधित कर्मी। अंगद कुशवाहा ने मीडिया के माध्यम से बिहार के प्रबुद्ध नागरिकों और समाज सेवियों से आग्रह करते हुए अपील किया है कि अगर आपकी नजरों में कहीं खाद्य उपभोक्ताओं के साथ शोषण या अन्याय हो रहा हो तो आयोग को या मुझे तुरंत लिखित शिकायत करें। शिकायत मिलते हो होगी त्वरित कार्रवाई।