गोपालगंज। Gopalganj Crime: थावे मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दीपक राय जब मंदिर की रेकी करने के लिए 10-11 दिसंबर की रात को थावे पहुंचा था तो थावे गोलंबर के समीप पुलिस ने उसे पकड़ा।
हालांकि तब आरोपित ने प्रेमिका से मिलने की बात कहते हुए अपने पिता से फोन पर पुलिस की बात कराई और बच निकला। उस दौरान पुलिस ने उसे थावे रेलवे स्टेशन के पास छोड़कर आई थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यूपी के गाजीपुर जिले का रहने वाले दीपक राय काफी शातिर है। मंदिर में चोरी करने से पूर्व 10-11 दिसंबर की रात थावे मंदिर परिसर में आया था।
इस दौरान वहां लगे सीसीटीवी फुटेज में उसके आने व उसकी गतिविधियों पर पुलिस की नजर पड़ गई। पुलिस से बचकर वह रहषु मंदिर के रास्ते थावे गोलंबर के पास जैसे ही पहुंचा की पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
देर रात तक घूमने के कारण की जानकारी ली। दीपक राय ने पुलिस को चकमा दिया। प्रेमिका से मिलने की बात कहीं थी। तब पुलिस को उसपर शक नहीं हुआ। उसने फोन कर अपने पिता से बात कराई। पिता के कहने पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया।
वाराणसी, मऊ सहित कई मंदिरों में चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है मास्टरमाइंड
दीपक राय पर यूपी के अलग-अलग जिलों में मंदिर में चोरी व बाइक चोरी के कई मामले दर्ज है। गिरफ्तार किए गए आरोपित दीपक राय ने पुलिस से पूछताछ के दौरान कई बातों की जानकारी दी।
जानकारी के अनुसार दीपक राय ने सबसे पहले यूपी के वाराणसी में बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बाइक चोरी की वारदात के बाद उसने प्रयागराज व मउ में भी चोरी की वारदात को अंजाम देने के साथ अपना एक गैंग यूपी के अंदर तैयार कर लिया।
अपने गांव में बैठकर अपना नेटवर्क के जरिए चोरी की वारदात को अंजाम देने के साथ पुलिस से बचने के लिए हमेशा वेब सीरीज देखा करता था।
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया गिरफ्तार किए गए आरोपित दीपक राय मउ में मंदिर में चोरी करने के बाद एक किशोर के पास चोरी के सामान को रख दिया था।
ऐसे में पुलिस उक्त किशोर से भी पूछताछ की। लेकिन थावे मंदिर में चोरी मामले में उसकी संलिप्ता अबतक सामने नहीं आई है। ऐसे में गिरफ्तार किए गए आरोपित युवक की निशानदेही पर अब पुलिस जेवर की बरामदगी करने के साथ यूपी पुलिस से संपर्क कर छापेमारी को तेज कर दी है।