हेडलाईन:
मधेपुरा सदर अस्पताल में सिजेरियन के बाद महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टर और आशा पर लगाया लापरवाही व अवैध वसूली का आरोप
पूरी खबर:
मधेपुरा सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के बाद 22 वर्षीय महिला की मौत का गंभीर मामला सामने आया है। घटना के बाद मृतका के परिजनों में आक्रोश है और उन्होंने अस्पताल प्रशासन, ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर और एक आशा कार्यकर्ता पर गंभीर लापरवाही तथा अवैध वसूली का आरोप लगाया है।
मृतका की पहचान सुपौल जिले के बगघी वार्ड एक निवासी मिलन कुमार की पत्नी काजल कुमारी के रूप में हुई है। काजल इन दिनों अपने मायके मधेपुरा जिले के भर्राही थाना क्षेत्र अंतर्गत मलिया गांव में रह रही थी। इस संबंध में मृतका के भाई गुगली राम ने सिविल सर्जन को लिखित आवेदन देकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों के अनुसार सोमवार दोपहर करीब तीन बजे प्रसव पीड़ा होने पर काजल कुमारी को मधेपुरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। शाम करीब छह बजे डॉक्टरों ने महिला की स्थिति गंभीर बताते हुए उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन जब मेडिकल कॉलेज ले जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी बेबी ठाकुर नाम की एक आशा कार्यकर्ता वहां पहुंची और दावा किया कि यदि तीन हजार रुपये दिए जाएं तो सदर अस्पताल में ही ऑपरेशन करा दिया जाएगा।
परिजनों का आरोप है कि मजबूरी में उन्होंने आशा कार्यकर्ता को दो हजार रुपये दे दिए, जिसके बाद शाम करीब सात बजे डॉक्टर द्वारा सिजेरियन ऑपरेशन कर दिया गया। परिजनों का यह भी कहना है कि पहले उन्हें बताया गया था कि महिला के शरीर में खून की कमी है, इसके बावजूद न तो ब्लड की व्यवस्था की गई और न ही परिजनों से ब्लड लाने को कहा गया।
मंगलवार की रात करीब तीन बजे काजल कुमारी की हालत अचानक बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। आरोप है कि मौत के बाद अस्पताल कर्मियों ने मरीज से संबंधित कागजात भी छीन लिए। इसके बाद परिजनों ने जिलाधिकारी को फोन कर घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही सदर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली।
मृतका के पति मिलन कुमार ने बताया कि उनके पहले से दो बेटियां और एक बेटा हैं। नवजात शिशु की स्थिति फिलहाल ठीक बताई जा रही है और उसे सदर अस्पताल में ही भर्ती रखा गया है।
इस मामले में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सचिन कुमार ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में आया है। परिजनों द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।