बिहार के नवादा जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने स्थानीय प्रशासन और आम जनता दोनों को चौंका दिया है. रजौली समेकित जांच चौकी पर उत्पाद विभाग की टीम ने वाहन जांच अभियान के दौरान एक स्कूटी को रोका.
सामान्य दंपत्ति लगने वाले इस जोड़े ने टीम की नजर में आते ही अपनी पहचान छुपाने की कोशिश की, लेकिन तलाशी में उनके असली चेहरे उजागर हो गए. स्कूटी से कुल 48 बोतल बियर बरामद हुई, जिससे यह साफ हो गया कि यह जोड़ी लंबे समय से अवैध शराब की तस्करी में लगी हुई थी.
झारखंड से शराब खरीद गया में बेचते थे
पूछताछ में पति-पत्नी ने कबूल किया कि वे झारखंड के कोडरमा से शराब खरीदकर बिहार के गया जिले में बेचते थे. उनका यह धंधा कई महीनों से चल रहा था और सीमा पार करते हुए वे बार-बार माल की खेप ले आते थे. उनका कहना था कि इस व्यवसाय से उन्हें स्थानीय स्तर पर अच्छा मुनाफा मिलता था, और इसी वजह से उनका कारोबार तेजी से बढ़ रहा था.
बड़े वाहनों के बजाय करते थे स्कूटी का इस्तेमाल
विशेष बात यह है कि यह जोड़ा बड़े वाहनों के बजाय स्कूटी का इस्तेमाल करता था. उनका तर्क था कि स्कूटी पर शक कम होता है और दंपत्ति होने की वजह से पुलिसकर्मी उन्हें सामान्य यात्री समझकर जांच में गंभीरता नहीं दिखाते. यही चालाकी उन्हें कई बार सफलता दिला चुकी थी, लेकिन इस बार टीम की सतर्कता ने उनके धंधे पर पानी फेर दिया.
पुलिस कर रही पूरे नेटवर्क की छानबीन
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह गिरोह सिर्फ नवादा तक सीमित नहीं है. उत्पाद विभाग अब पूरे नेटवर्क की छानबीन कर रहा है और अन्य संभावित तस्करों की पहचान कर उन्हें भी हिरासत में लेने की तैयारी कर रहा है. अधिकारियों का अनुमान है कि सीमा पार से अवैध शराब सप्लाई करने में और भी लोग शामिल हैं, जो इस धंधे को बड़ी सांठगांठ के साथ चला रहे हैं.
दोनों गिरफ्तार लोगों को उत्पाद अधिनियम के तहत जेल भेज दिया गया है. यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि कैसे मामूली दिखने वाले लोग बड़े पैमाने पर अवैध गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं. वहीं, प्रशासन की सतर्कता और समय पर जांच ने बड़े पैमाने पर होने वाले अपराध को रोकने में सफलता दिलाई.