घटना भर्राही थाना क्षेत्र के धुरगांव जागीर टोला वार्ड-12 की है। मृतक की पहचान कुमारखंड प्रखंड के बेलारी थाना क्षेत्र के गिदराही निवासी जामुन यादव के बेटे अमोद कुमार (42) के रूप में हुई।
परिजनों का आरोप
परिजनों ने बताया कि अमोद शुक्रवार की रात करीब 11 बजे मधेपुरा से दवाई लेकर पैदल ही घर लौट रहे थे। इसी दौरान जागीर टोला में उन्हें बुचन ऋषिदेव, पानो देवी, कारी ऋषिदेव समेत 10-12 अज्ञात लोगों ने पकड़ लिया। आरोप है कि स्कूल के पिलर में बांधकर उन्हें लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतक के बेटे बाबुल कुमार ने कहा कि मेरे पापा मवेशी खरीद-बिक्री का काम करते थे। चोरी जैसी किसी घटना में शामिल नहीं थे। झूठा आरोप लगाकर उनकी हत्या कर दी गई। परिवार की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर थी। अब मैं और मेरी चार बहनें बेसहारा हो गए हैं।
आरोपियों का पक्ष
आरोपी बुचन ऋषिदेव ने दावा किया कि रात करीब एक बजे चार चोर घर में घुसे थे। खड़बड़ाहट सुनकर ग्रामीणों की नींद खुल गई। उनमें से एक को पकड़कर पहचान के लिए कारी ऋषिदेव के दरवाजे पर ले जाया गया। इसके बाद भीड़ जुटी और मारपीट शुरू हो गई। उसने कहा कि किसने पीटा, इसकी जानकारी उसे नहीं है। भर्राही थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।