मधेपुरा के मुरलीगंज प्रखंड के बेलो पंचायत वार्ड संख्या तीन में सोमवार को उप स्वास्थ्य केंद्र के पास नहर किनारे धान के खेत में खून से लथपथ एक अधेड़ व्यक्ति का शव बरामद किया गया.
शव मिलने की खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी और देखते ही देखते घटनास्थल पर सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी. मृतक की पहचान खाड़ी गांव निवासी जसवंत कुमार के रूप में हुई.
रविवार की शाम से थे लापता
परिजनों ने बताया कि रविवार की शाम जसवंत घर पर भैंस का दूध निकालने के बाद से लापता हो गये थे. रातभर परिजन उनकी खोजबीन करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. सोमवार को ग्रामीणों ने धान के खेत में उनकी लाश देखी.
ग्रामीणों ने जताई हत्या की आशंका
स्थानीय लोगों का कहना है कि जसवंत की हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया गया. गांव के ही शिवकुमार यादव ने बताया कि शाम सात बजे तक जसवंत को भैंस का दूध निकालते देखा गया था. पति-पत्नी के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था. वहीं कुछ ग्रामीणों ने जमीन के लेन-देन को लेकर विवाद की ओर इशारा किया.
जमीन विवाद और पारिवारिक कलह की बात आयी सामने
मृतक के भतीजे चंद्रभूषण उर्फ सुनील यादव ने बताया कि चाचा जसवंत का कोई बेटा नहीं था. केवल तीन बेटियां थी, बड़ी बेटी विवाहिता नेहा कुमारी, 13 वर्षीय निधि एवं 11 वर्षीय ब्यूटी चाचा पर जमीन अपने दामाद अमित कुमार के नाम लिखवाने का दबाव बना रहा था. मृतक की मां ने खुलासा करते हुए कहा कि रविवार रात पंकज यादव का बेटा अंशु उनके घर आया था एवं जसवंत को खाद ढोने के बहाने पस्तपार ले गया. उसके बाद वह घर नहीं लौटे और सुबह खेत में उनकी लाश मिली.
पुलिस की कार्रवाई, परिजनों से पूछताछ
घटना की सूचना मिलते ही मुरलीगंज थानाध्यक्ष अजीत कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा भेज दिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक और उनकी पत्नी पुनीता देवी के बीच जमीन विवाद का मामला कोर्ट में पेंडिंग है. इस मामले में मृतक की पत्नी पुनीता देवी और बड़े साढ़ू राजेश यादव को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है. फिलहाल पुलिस हर एंगल पर मामले की जांच कर रही है. ग्रामीणों के अलग-अलग बयानों और परिजनों द्वारा लगाए गये आरोपों को आधार बनाकर जांच जारी है. हत्या पारिवारिक विवाद के कारण हुई या इसके पीछे कोई और वजह है, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा.