अहमदाबाद में हुआ विमान हादसा देश के सबसे भयावह हवाई हादसों में से एक बन गया है, जिसमें 275 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में विमान के यात्री और मेडिकल कॉलेज की इमारत में मौजूद छात्र व डॉक्टर शामिल हैं।
और इस सबके बीच, विमान के पायलट की आखिरी आवाज- प्लेन के पायलट सुमित सभरवाल की जो आखिरी आवाज रिकॉर्ड हुई, उसमें सिर्फ डर, बेबसी और एक असहाय चेतावनी थी-"मेडे... मेडे... थ्रस्ट नहीं मिल रहा, पावर कम हो रही है... प्लेन उठ नहीं रहा... नहीं बचेंगे।"
पायलट की आखिरी कॉल: 'हम नहीं बचेंगे'
जैसे-जैसे हादसे की जांच आगे बढ़ रही है, कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं। पायलट सुमित सभरवाल द्वारा एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भेजा गया आखिरी मैसेज सामने आया है। सिर्फ 4-5 सेकंड के इस संदेश में पायलट ने बताया कि विमान को पावर नहीं मिल रही, और उसने चेताया, "प्लेन उठ नहीं रहा... नहीं बचेंगे।" इस संदेश ने साबित कर दिया कि हादसा किसी तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ, जो एक पल में सब कुछ खत्म कर गया।
मेडिकल कॉलेज पर गिरा मलबा, 34 की मौके पर मौत
विमान का मलबा बी.जे. मेडिकल कॉलेज की हॉस्टल इमारत पर गिरा। हादसे के वक्त इमारत में 60 से ज्यादा लोग मौजूद थे, जिनमें से 34 की जान मौके पर ही चली गई। कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं।
अब तक का आंकड़ा: 275 की मौत, सिर्फ एक बचा
इस फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 12 क्रू मेंबर शामिल थे।
अब तक की जानकारी के मुताबिक, सिर्फ एक यात्री की जान बची है।
कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 275 हो चुकी है (विमान के 241 यात्री और मेडिकल हॉस्टल के 34 लोग)।
CCTV फुटेज: टेकऑफ के 49वें सेकंड में हादसा
अहमदाबाद एयरपोर्ट के CCTV कैमरों में रिकॉर्ड हुआ वीडियो सामने आया है, जिसमें टेकऑफ के महज 49 सेकंड बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त होते देखा जा सकता है। DNA पहचान जारी, परिजनों की आंखों में इंतज़ार
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में डीएनए सैंपलिंग का काम तेजी से जारी है।
अब तक 220 लोगों के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं, और 7 शवों की पहचान हो चुकी है।
कुछ परिजन अभी तक सैंपल देने नहीं पहुंचे हैं, जिसकी वजह से कुछ शवों की पहचान बाकी है।
अस्पताल परिसर में पुलिस की सख्त निगरानी है, और केवल अधिकृत लोगों को ही अंदर जाने दिया जा रहा है।
पीएम मोदी ने दौरा किया, 8 एजेंसियां जांच में जुटीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह घटनास्थल और सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की।
वहीं हादसे की जांच में 8 बड़ी एजेंसियां शामिल हो चुकी हैं:
NIA, गुजरात पुलिस, AAIB, DGCA, UK-AAIB, NTSB (USA), FAA
ये सभी तकनीकी, सुरक्षा, और आपराधिक पहलुओं से जांच कर रही हैं।
परिजन बोले: हमारे बच्चे गए, पर सच्चाई सामने आनी चाहिए
हादसे में जान गंवाने वाले यात्री रॉजर क्रिश्चियन के माता-पिता ने कहा, "हम अपने बेटे और बहू को खो चुके हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि ऐसा हादसा फिर किसी और के साथ न हो। सरकार से अपील है कि जो भी दोषी हो, उसे बख्शा न जाए।"