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Monday, June 16, 2025

MADHEPURA/फीस भरो, फिर बच्चे से मिलो... स्कूल का बंद दरवाजा खुला तो दंग रह गई मां

बिहार के मधेपुरा जिले के एक प्राइवेट स्कूल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां के बेल्हा घाट स्थित बीएस पब्लिक स्कूल में एक बच्चे को कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद स्कूल प्रशासन ने बच्चे परिवार वालों से उसकी बकाया फीस जमा करने को कहा. बच्चे की मां बकाया फीस लेकर स्कूल गई. फिर फीस जमा की. फीस लेने के बाद शिक्षक उसे एक कमरे में ले गए.

मां कमरे में गई तो दंग रह गई, क्योंकि उसका बच्चा वहां मृत पड़ा था. बच्चा क्लास एक में पढ़ता था. मृतक का नाम उज्ज्वल कुमार बताया जा रहा है. दरअसल, मुरलीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर पंचायत वार्ड 13 निवासी राकेश कुमार ने अपने दो बेटों पुत्र उज्ज्वल कुमार और आनंद कुमार का भविष्य बनाने के लिए उनका एडमीशन बीएस पब्लिक स्कूल में कराया. घटना को लेकर मृतक के बड़े भाई ने बताया कि उसका छोटा भाई 2-3 दिनों से स्कूल में नहीं मिल रहा था.



बड़े भाई को नहीं दिया मिलने

मृतक के बड़े भाई ने बताया कि शिक्षक को बोलने पर भी भाई से मिलने नहीं दिया जाता था. उसके भाई को एक कमरे में बंद कर अकेले रखा गया था. वहीं स्कूल प्रशासन की तरफ से परिजनों को बच्चे की बकाया फीस जमा करने के लिए कहा गया. बच्चे की मां ने बताया कि वो बकाया फीस लेकर स्कूल गईं. स्कूल में उनका बड़ा बेटा उन्हें मिला और छोटे को 2-3 दिन से न देखने की बात कही. इस पर उन्होंने स्कूल प्रशासन से अपने छोटे बेटे से मिलाने की बात कही.

मृतक की मां ने लगाया ये आरोप

मृतक की मां का आरोप है कि स्कूल के डायरेक्टर ने पहले उनसे पैसा जमा करने को कहा. पैसा लेने के बाद वो एक शिक्षक के साथ एक उनको कमरे में ले गए जो बाहर से बंद था. अंदर जाने पर उन्हें उनका बेटा मृत मिला. इसके बाद स्कूल प्रशासन ने बच्चे को बाइक से बाहर अस्पताल लाकर अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर एम्बुलेंस के सहारे उसके शव को उसके घर रवाना कर दिया. इधर बच्चें की मां ने पूरी घटना अपने पति को बताई, जिसके बाद बच्चे के पिता ग्रामीणों को लेकर स्कूल की ओर चल दिए.

सभी स्टॉफ स्कूल बंद कर फरार

रास्ते में उनको उनके बच्चे के शव को घर लाती एम्बुलेंस मिली. उन्होंने उसे रोका और अपने बच्चे का शव को लेकर वापस स्कूल पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही स्कूल बंद कर शिक्षक सहित सभी स्टॉफ स्कूल बंद कर फरार हो गए. मृतक के पिता राकेश कुमार ने स्कूल संचालक द्वारा स्थिति को छुपाने के लिए शव को चुपचाप घर भेजने की कोशिश का आरोप लगाया है.

संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज

बताया जा रहा है कि संचालक के प्रभाव के चलते एम्बुलेंस ड्राइवर को शव और परिजनों को गांव तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन रास्ते में ही एम्बुलेंस को रोक लिया गया. इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई. पुलिस मौके पर स्कूल पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा भेजा. वहीं बच्चे के पिता के आवेदन पर स्कूल संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.



पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग

रामपुर निवासी अमित यादव का कहना है कि स्कूल प्रशासन और संचालक के प्रभाव के चलते ऐसी घटनाएं दबा दी जाती हैं. ऐसे क्रूर व्यवहार के लिए स्कूल प्रशासन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने जिला अधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी से कठोर कार्रवाई कर पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की है.

वहीं इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है और परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं. इस संबंध में मधेपुरा थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज की गई है. मृतक कक्षा एक छात्र था. जांच जारी है. जल्द ही कार्रवाई होगी. फिलहाल स्कूल संचालक फरार है.