गत वर्ष 26 जुलाई को तनिष्क शोरूम में हुई 3.70 करोड़ रुपये के गहने लूट के बाद अनुसंधान में यह संभावना जतायी जा रही थी कि इस कांड में फरार चल रहे अररिया जिले का चुनमुन झा के पास लूटे गये गहने हैं. लेकिन बीते 22 मार्च को पुलिस मुठभेड़ में चुनमुन झा की हुई मौत के बाद लूटे गये गहनों का पता नहीं चल सका. इस घटना से पूर्व 12 मार्च को आरा में तनिष्क शोरूम में 10 करोड़ 50 लाख रुपये मूल्य के गहने लूटे गये थे.

STF ने किया था गिरफ्तार
आरा के तनिष्क शोरूम में हुए लूट की घटना के बाद बीते गुरुवार को इस घटना के एक अप्राथमिक अभियुक्त नालंदा जिले के चंडी थाना अंतर्गत चिश्तिपुर का धर्मेन्द्र कुमार उर्फ बाबा को एसटीएफ के सहयोग से गिरफ्तार किया गया. पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड के अनुसंधानकर्ता के अनुसार आरा के तनिष्क शोरूम लूटकांड में वैशाली जिले के बिदुपुर का गौतम कुमार की गिरफ्तारी हुई थी.
उसने पुलिस को बताया था कि चंदन प्रिंस के कहने पर पूर्णिया में लूटे गये गहने धर्मेन्द्र उर्फ बाबा को रखने दिया गया था. लेकिन बाबा ने अपनी गिरफ्तारी के बाद पुलिस के समक्ष बताया कि वह पूर्णिया में हुए तनिष्क शोरूम के लूटे गये गहनों के बारे में कुछ नहीं जानता है. उसे गौतम कुमार ने गहने नहीं दिये थे.
आरा के तनिष्क शोरूम लूटकांड में शामिल गौतम कुमार पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड में शामिल था. जबकि पश्चिम बंगाल के जेल में बंद चंदन प्रिंस पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड का मास्टर माइंड था. सोना लूट सरगना सुबोध सिंह जो वर्तमान में पश्चिम बंगाल के जेल में है, पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड की पटकथा उसी ने लिखी थी. गिरफ्तार धर्मेन्द्र उर्फ बाबा नालंदा जिले के जिस गांव का रहनेवाला है, उसी गांव का सुबोध सिंह भी रहनेवाला है.
गहनों को कहां ठिकाना लगाया गया
पुलिसिया जानकारी के अनुसार सुबोध सिंह एवं धर्मेन्द्र उर्फ बाबा छत्तीसगढ़ के जेल में एक साथ रहा था और वह सुबोध सिंह का करीबी माना जाता है. ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि लूटे गये गहनों को कहां ठिकाना लगाया गया है. चुनमुन झा की मौत से पहले पुलिस टीम ने कुल 21 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इनमें पांच वैसे अपराधियों की गिरफ्तारी हुई, जिन्होंने पूर्णिया के तनिष्क शोरूम में लूट की घटना को अंजाम दिया था.
गिरफ्तार किये गये इन पांचों अपराधियों से पुलिस यह उगलवा नहीं सकी कि लूटे गये गहने आखिर किसके हवाले किये गये ? मुठभेड़ में चुनमुन झा के मारे जाने के बाद पुलिस के तुरुप का अंतिम पत्ता गिरफ्तार हुए धर्मेन्द्र उर्फ बाबा था, उसने भी लूटे गये गहने रखने से इंकार कर दिया है. इस लूटकांड में इतनी संख्या में गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस द्वारा गहनों का पता नहीं लगाया जा सका.

दोनों को लिया जायेगा रिमांड पर
अब पुलिस आरा के तनिष्क शोरूम लूटकांड में गिरफ्तार हुए गौतम कुमार एवं सूरज मंडल को पूछताछ के लिए जल्द ही रिमांड पर लिया जायेगा. ये दोनों वर्तमान में आरा के जेल में बंद है. रिमांड पर लेने के बाद पूछताछ में गौतम कुमार एवं सूरज मंडल के द्वारा लूटे गये गहनों की जानकारी देने से मुकर गया तो यह राज ही रह जायेगा ?
बहरहाल तनिष्क शोरूम लूटकांड के गहने कहां रखे गये या फिर किसे दिये गये, यह पहेली ही बन गयी है. खानापूर्ति के नाम पर पूर्णिया की पुलिस टीम पश्चिम बंगाल के मालदा जिला अंतर्गत कलियाचक में छापेमारी कर महज एक हीरे की अंगूठी ही बरामद की है.