सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
यह घटना 12 अप्रैल 2025 की रात 9:30 बजे की बताई जा रही है. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि अमरकिशोर बम बम एक महिला को कार से पार्टी कार्यालय लाए और फिर उसे ऊपरी मंजिल पर ले गए. वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी के स्थानीय और प्रदेश स्तर के नेताओं में हड़कंप मच गया. इस फुटेज को लेकर पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व को शिकायत भेजी है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज को सबूत के तौर पर शामिल किया गया है.
जिलाध्यक्ष की सफाई
विवाद बढ़ने के बाद अमरकिशोर बम बम ने अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा, "महिला कार्यकर्ता की तबीयत खराब थी, मैं उसे सहारा दे रहा था." उन्होंने यह भी दावा किया कि यह वीडियो उनके खिलाफ साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा, "कुछ लोग नहीं चाहते कि मैं जिलाध्यक्ष रहूं." हालांकि, उनकी इस सफाई पर पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के बीच चर्चा गर्म है.
पार्टी संगठन में उथल-पुथल
इस घटना ने गोंडा बीजेपी इकाई में तनाव पैदा कर दिया है. प्रदेश नेतृत्व ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. शिकायत और सीसीटीवी फुटेज की गहन पड़ताल के बाद ही कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा. यह विवाद बीजेपी की छवि पर असर डाल सकता है, खासकर तब जब पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटी है.