बारिश शुरू होते ही गुल हो गई बिजली, 18 से 20 घंटे त्राहिमाम रहे लोग
घैलाढ़ से रामपुकार कुमार की रिपोर्ट
बुधवार की देर शाम आई तेज बारिश के साथ ही मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड में खासकर बिजली गुल हो गई। लगभग 20 घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहा। रात के अलावा दिन भर बिजली की आंख मिचौली जारी रही। बिजली नहीं रहने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई। बरसात खत्म होते ही तेज उमशभरी गर्मी से लोग परेशान रहे, बिजली आने का इंतजार करते रहे, लेकिन इस उमस भरी गर्मी में बिजली नहीं आने के कारण लोगों में मायूसी देखने को मिली.बता दे की गर्मी का मौसम आते ही बिजली की लचर व्यवस्था खुलकर सामने आ जाती है जैसे ही गर्मी का का मौसम अपना विस्तार रुख अपनाती है तो बिजली विभाग के तरफ से बिजली भी अपना लचर व्यवस्था की रूख अपना लेती है प्रखंड क्षेत्र के बिजली विभाग के जेई और कर्मियों के द्वारा गर्मी के मौसम में लगातार लोड सेटिंग का बहाना बनाया जाता है. इतना ही नहीं गर्मी के मौसम में थोड़ी सी हवा भी बह जाती है या थोड़ी सी बारिश भी हो जाती है तो बिजली गुल हो जाती है. बुधवार की देर शाम से बिजली की आंख मिचौली शुरु हो गई। लोगों ने बताया कि बुधवार की रात के अलावा गुरुवार के भर दिन बिजली कटी रही। गुरुवार के दिन लगभग 3 बजे के आसपास बिजली आती और जाती रही , लेकिन सुचारू रूप से बिजली बहाल नहीं हो सका .वही घैलाढ़ पंचायत के पंचायत समिति सदस्य तरुणदेव ने बताया कि जेई से फोन के माध्यम से लगातार बात करने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने परिचय बताने के बाद भी बात करने से परहेज करते हुए, एक या दो घंटा में बिजली बहाल करने की बात का बहाना बनाकर फोन काट दिया. इसके बाद लगातार कई बार फोन किया, लेकिन फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझे. पंचायत समिति सदस्य दुख जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह की पदाधिकारी बिजली विभाग में रहेंगे तो आगे भी प्रखंड क्षेत्र के लोगों को परेशानी झेलना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जब यह पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों का नहीं सुनता है तो आम लोगों का क्या सुनता होगा. इससे साफ जाहिर होता है कि बिजली विभाग के कनीय अभियंता की मनमानी चरम पर है यदि आगे से इस तरह की हरकत रही तो सदन में इसके खिलाफ आवाज और प्रखंड क्षेत्र के सभी लोगों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.
विद्युत विभाग के कनीय अभियंता अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि रात से ग्रुप ब्रेकर काम नहीं कर रहा है जिससे बिजली की आपूर्ति सुचारु ढंग से नहीं हो पा पाई है। बिजली बहाल करने की कोशिश की जा रही है।