जानकारों की मानें तो इस बार के पंचायत चुनाव में लोगों की नजर वार्ड सदस्य पर टिकी है। कई संभावित उम्मीदवारों का कहना है कि पहले विकास की राशि पंचायतों में मुखिया के खाते में आती थी, अब मामला सीधा उल्टा हो गया है। सरकार सात निश्चय समेत विभिन्न योजनाओं की राशि सीधे वार्ड क्रियान्वयन व विकास समिति के खाते में भेज रही है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि प्रदेश में नीतीश कुमार की ही फिर से सरकार बनी है और उन्होंने इस बार सात निश्चय पार्ट टू की योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस कारण इस बार के पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा मलाईदार पद वार्ड सदस्य का ही होगा।
2200 वार्डों में होगा वार्ड सदस्य का चुनाव
जिले के 170 पंचायतों के 2200 वार्डों में वार्ड सदस्य पद के लिए चुनाव होना है। इतने ही वार्ड पंच पद के लिए भी चुनाव होगा। इसके साथ ही 170 पद पर मुखिया तथा 170 पदों पर ग्राम कचहरी के सरपंच और 23 सीट पर जिला परिषद सदस्य पद के लिए चुनाव होगा।
नौ चरण में होगा पंचायत चुनाव
अगले वर्ष मार्च से मई तक होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर आयोग के दिशा-निर्देश के आलोक में प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है। आयोग द्वारा जिले में नौ चरणों में पंचायत चुनाव कराने संबंधी आयोग का पत्र विभाग को मिला है और इस आधार पर प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है। यद्यपि चुनाव की तिथि जिलाधिकारी के स्तर से निर्धारित कर स्वीकृति के लिए चुनाव आयोग को भेजी जाएगी और इस पर अंतिम मुहर आयोग के स्तर से ही लगेगी। फिलहाल चुनावी सुगबुगाहट के साथ पंचायतों में सरगर्मी बढऩे लगी है।
जिले के 170 पंचायतों में विभिन्न पदों के लिए होगा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव
170 सीट पर होना है मुखिया का चुनाव
170 सीट के लिए निर्वाचित होंगे सरपंच
23 सीट पर होगा जिला पार्षद पद का चुनाव
2200 सीट पर होगा वार्ड सदस्य का चुनाव
2200 सीट पर होगा पंच पद के लिए चुनाव