राज्य ब्यूरो, पटना: सरकार ने सभी स्कूलों (सरकारी व निजी) के परिसरों में मोबाइल-इंटरनेट के माध्यम से अश्लील फिल्म अथवा चित्र देखते पकड़े जाने पर सख्त दंड देने का फैसला लिया है। इसके अलावा शिक्षिकाएं छात्राओं को गुड टच बैड टच के बारे में भी बताएंगी। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शुक्रवार को इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है। इसकी निगरानी प्राथमिक शिक्षा निदेशक और माध्यमिक शिक्षा निदेशके स्तर से की जाएगी।
अविलंब कार्रवाई करने का आदेश प्रधानाध्यापकों को
प्रधान सचिव ने विद्यालय स्तर पर किसी तरह की छेड़छाड़ और लैंगिक आधार पर भेदभाव समेत अन्य घटना की शिकायत पर अविलंब कार्रवाई करने का आदेश प्रधानाध्यापकों को दिया है। उन्होंने ऐसे मामलों की जांच संबंधित विद्यालय में कार्यरत किसी दो शिक्षिकाओं की टीम से 10 दिन के अंदर कराने एवं दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यदि ऐसी घटनाओं में किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो प्रधानाध्यापक को जिम्मेवार मानकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीडऩ को रोकने तथा उससे संबंधित शिकायतों के निष्पादन के लिए प्रत्येक शिक्षा कार्यालय में परिवार समिति का गठन जिला स्तर पर करने को कहा है।
'छात्रा क्लब' का किया जाएगा गठन
प्रधान सचिव के आदेश के मुताबिक प्रदेश के सभी विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों द्वारा कक्षा छह और इससे ऊपर की कक्षाओं में अध्ययनरत छात्राओं के लिए 'छात्रा क्लब' का गठन होगा। इस क्लब का मेंटर विद्यालय की शिक्षिका होंगी। इस क्लब के माध्यम से छात्राओं को 'गुड-टच' और 'बैड-टच' की जानकारी देकर उन्हें संवेदनशील बनाया जाएगा। क्लब के माध्यम से किशोरी स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं के बारे में भी छात्राओं को जानकारी दी जाएगी। सरकार के निर्णय के बाद अब मोबाइल-इंटरनेट के माध्यम से अश्लील फिल्म अथवा चित्र देखते पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई के प्रावधान किए गए हैं।