शनिवार की शाम से ही लगे थे हत्यारे, मारकर ही दम लिया
शेखर की बहन तोहफा देवी, पिता प्रदीप यादव, मां समेत घर के अन्य सदस्यों ने बताया कि शनिवार की देर शाम से ही हत्यारे लगे हुए थे। ताक में घर के इर्द-गिर्द घूम रहे थे। सब्जी और दवा आदि लेकर शेखर बाइक से पिता प्रदीप यादव और भाई मनीष को लेकर लौट रहा था। छोटी कोला गांव के समीप भैरो यादव ने रोक कर बाप-बेटों को धमकी दी कि जमीन हमारे कब्जे में है तो इधर-उधर नहीं करो। जमीन लिख दो। नहीं लिखे तो सबको मार डालेंगे। भयभीत बाप-बेटे वहां से बाइक स्टार्ट कर जाने लगे तो भैरो मुखिया और उसके सहयोगियों ने मारपीट और गाली-गलौज की। तीनों घर आ गए। उसके बाद देर रात मुखिया और उसके सहयोगियों ने घर से खींच कर शेखर को बेरहमी से पीटा। जमीन पर गिरा कर राइफल के बट से मुखिया भैरो यादव खुद और उसके साथ अन्य लोग पीटते रहे। जब तक शेखर का शरीर निस्तेज नहीं हो गया। सब अपने माथे पर गमछे का मुरेठा बांध रखे थे। भैरो यादव चिल्ला-चिल्ला कर कह रहा था कि उसकी बात नहीं मानने का यही अंजाम होगा। एक-एक कर सबको मार डालूंगा। जमीन अब हमारे कब्जे में है। कागज-पत्तर लेकर इधर-उधर जो करेगा उसे मार डालेंगे। शेखर को बेरहमी से पीट कर निस्तेज शरीर छोड़ आरोपित वहां से चले गए। शेखर को लेकर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल लाया गया। जहां उसे चिकित्सक नहीं बचा सके।
15 दिन पूर्व छोटे भाई मनीष की कर दी थी पिटाई, हाथ की टूटी थी हड्डी
भैरो यादव 15 दिन पूर्व शेखर के छोटे भाई मनीष यादव को रास्ते में रोक कर बेरहमी से पीटा था। तब उसे हाथ की हड्डी टूट गई थी। उसकी मां को भी भैरो ने बचाने के दौरान मारपीट कर जख्मी कर दिया था। घर वाले दहशत में जी रहे थे।
डेढ़ बीघा जमीन की है लड़ाई
गोतियारी की डेढ़ बीघा जमीन को लेकर भैरो यादव और शेखर के पिता प्रदीप यादव में विवाद चल रहा है। प्रदीप का आरोप है कि उनके हिस्से की 15 क_ा जमीन भैरो यादव अपने कब्जे में ले रखा है। उसकी फसल भी वही खाता है। बेटा शेखर इसको लेकर अर्जी देना शुरू कर दिया था। इससे भैरो खफा था। वह दवाब बना रहा था कि किसी तरह जमीन वह उसे दे दे। उसे रास्ता नहीं है। लेकिन हम अपने हिस्से की जमीन उसे कैसे लिख देते। इसी को लेकर वह हमेशा हत्या कर देने की धमकी देता था। इधर जगदीशपुर पुलिस आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर शीघ्र गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है। गांव में दो पक्षों में तनाव कायम हो गया है। एसएसपी आशीष भारती ने आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार करने का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया है।