बिहार में भी कांट्रेक्ट फॉर्मिंग के दरवाजे खुलेंगे
डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि पंजाब सरकार और बिचौलिये नहीं चाहते कि बिहार में कांट्रेक्ट फॉर्मिंग हो। अभी पंजाब के किसान जो आलू उपजाते हैं, वह सीधे अंतरराष्ट्रीय कंपनियां खरीदती हैं। नए कृषि कानून के लागू होने के बाद बिहार में भी कांट्रेक्ट फॉर्मिंग के दरवाजे खुलेंगे। कांट्रेक्ट फॉर्मिंग में सिर्फ फसल का कांट्रेक्ट होता है, जमीन का नहीं। यही नहीं, किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए भी अधिक विकल्प और अवसर मिलेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता किसान सभाओं और चौपाल के जरिए किसानों की यही गलतफहमी दूर करेंगे।
किसानों को बरगला रही पंजाब सरकार
बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब सरकार टैक्स के लिए किसानों को बरगला रही है। किसानों की मांग थी कि एमएसपी की लिखित गारंटी मिले, सरकार गांरटी दे रही है। इसके बाद मांग की गई की कि इससे जुड़े विवाद के समाधान के लिए एसडीएम के स्तर पर न होकर हाईकोर्ट के स्तर पर सुनवाई की अनुमति दी जाए, सरकार ने यह बात भी मान ली। बावजूद पंजाब के किसान मानने को तैयार नहीं हैं।
41 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य
एक सवाल के जवाब में भाजपा ने बताया कि इस बार आठ हजार से अधिक पैक्सों और व्यापार मंडल के द्वारा बिहार में किसानों से धान खरीद हो रही है। 41 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य है, जिसमें अभी एक लाख टन खरीद की जा चुकी है। किसान सम्मेलन गिरिराज सिंह, अश्विनी कुमार चौबे, आरके सिंह, नित्यानंद राय, रविशंकर प्रसाद, डॉ. संजय जायसवाल, सुशील कुमार मोदी, प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, मंगल पांडेय, अमरेंद्र प्रताप सिंह, जीवेश मिश्रा, रामसूरत राय, रामप्रीत पासवान करेंगे।