सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के कठडुमर घाट पर स्थाई पुल का सपना साकार तो नहीं हो पाया है। लेकिन कोसी नदी पार करने के लिए लाखों आबादी के आवागमन के लिए जुगाड़ के तर्ज पर बनाया गया चचरी पुल नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होते ही ध्वस्त हो गया। लगभग छह माह तक पुल पर आवागमन जारी रहा। वैसे चचरी पुल को ठीक करने में पूर्व सरपंच बेचू यादव कारीगरों के सहारे लगे हुए हैं। कोसी नदी घाट पर बने चचरी पुल के सहारे मोटरसाइकिल, साइकिल सवार एवं पैदल मुसाफिरों के लिए कोशी नदी का पार करना चंद मिनटों का खेल था। लोग रात दिन कभी भी चचरी पुल के सहारे अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए नदी के आर पार हुआ करता था। लेकिन जब बुधवार को चचरी पुल ध्वस्त हो गया तो लोगों में मायूसी छा गई ।
कटाव भी हुआ तेज
कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ साथ कटाव में भी तेजी आ गयी है। घाट पर कटाव के कारण लगभग 50 फीट चचरी पुल को पहले ही जोड़ा गया था उसके बावजूद भी कटाव में कमी नहीं आई तथा चचरी पुल पश्चिम छोर पर बनाए गए फूस का घर भी कटाव की चपेट आ जाएगा।