सहरसा। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे ने भी अपनी ओर से कई उल्लेखनीय कार्य को अंतिम रूप दिया है। रेलवे ने कोरोना संक्रमित रोगियों की बढ़ती संख्या देख रेल पटरी पर लगी स्लीपर कोच को ही आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है। रेलवे की मंशा यह भी है कि जब जहां जरूरत पड़ेगी उस हिसाब से स्लीपर कोच को आइसोलेशन कोच में तब्दील कर उसे वहां भेज दी जाएगी। समस्तीपुर मंडल अंतर्गत सहरसा स्टेशन पर 9 स्लीपर कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया। एक कोच में 9 वार्ड बनाया गया। सहरसा में कैरेज विभाग के सहयोग से स्लीपर कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर शनिवार को सभी कोच को समस्तीपुर के लिए रवाना कर दिया। शनिवार को दिन के 02.30 बजे सभी 9 आइसोलेशन कोच को रेल के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर समस्तीपुर के लिए रवाना कर दिया गया। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक नीरज चन्द्र , आरपीएफ इंस्पेक्टर सारनाथ सहित कैरेज विभाग के राजू सिंहा, अनिल कुमार सहित अन्य कर्मी मौजूद थे। आइसोलेशन कोच को ले जाने वाले इस ट्रेन में लोको पायलट एनके निर्मल व गार्ड पीके पासवान मौजूद थे। स्थानीय रेल अधिकारी की मानें तो स्लीपर कोच को बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में स्वास्थ्य संबंधी कई उपकरण समस्तीपुर में लगाए जाएंगे। आइसोलेशन कोच में ही स्वास्थ्य मानक अनुरूप संयत्र लगाए जाएंगे। जिससे इलाज के दौरान सहूलियत हो सकें।
समस्तीपुर मंडल में 55 बोगी को बनाया जा रहा आइसोलेशन कोच
देश में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे ने यात्री स्लीपर कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है। ताकि आपातकाल की स्थिति में जरूरत पड़ने पर ट्रेनों का उपयोग आइसोलेशन कोच के रूप में किया जा सकें। 55 कोच में से 40 कोच को आइसोलेशन कोच में तब्दील कर दिया गया है।