ड्यूटी से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव ने मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल के उपाधीक्षक, चिकित्सा पदाधिकारी सहित 62 प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, टयूटर, जुनियर रेजिडेंट से शो कॉउज मांगा है। सरकार के अवर सचिव ने पत्र जारी कर कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल से प्राप्त अनुपस्थिति विवरणी से स्पष्ट होता है कि ये सभी अलग-अलग तिथियों में अपने कर्त्तव्य स्थल से अनुपस्थित रहे है।
जिससे वैश्विक महामारी में सरकार द्वारा जनस्वास्थ्य के लिए किये जा रहे कार्यो में बाधा पहुंची है। यह अनुशासनहीनता, कर्त्तव्य के प्रति घोर लापरवाही और स्वेच्छाचारिता का उदाहरण है।सरकार के अवर स्वास्थ्य सचिव ने दो दिनों के अंदर उनसे स्थिति स्पष्ट करने को कहा है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ नियमानुसार अनुशासनिक और आपदा प्रबंधन की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाय।
बावजूद इसके ड्यूटी से अनुपस्थित चिकित्सकों की जवाबदेही को देखते हुए 26 मार्च को पत्र के द्वारा अगाह किया गया था कि सभी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी अपनी ड्यूटी पर दिये गये दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करेंगे। जननायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल के प्राचार्य और अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि ड्यूटी से अनुपस्थित रहे चिकित्सकों से दो दिनों के अंदर शो कॉउज का जवाब प्राप्त कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।