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Sunday, March 22, 2020

Coronavirus Pandemic in Bihar : मुंगेर के मो सैफ की मौत से लोगों में खौफ, पूरी रात घर में ही रहा संक्रमित शव

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मुंगेर : बिहार में कोरोना से मौत का पहला मामला मुंगेर से सामने आया है. जहां मुंगेर शहर से सटे चुरंबा निवासी मो सैफ अली (38 वर्ष) की मौत शनिवार को पटना के एम्स अस्पताल में हो गयी. देर शाम ही उसके शव को मुंगेर उसके घर लाया गया. लेकिन, सैफ की मौत कोरोना वायरस से हुआ है इसकी पुष्टि तब हुई जब मौत के बाद परिजन शव को लेकर मुंगेर पहुंचे. इस घटना ने पूरे मुंगेर को सदमे में डाल दिया है और लोगों में एक अजीब सी दहशत देखी जा रही है. क्योंकि वह बीमारी की अवस्था में लगातार चार दिनों तक रहा और यहां के एक निजी क्लिनिक में इलाज भी कराया. लेकिन किसी को यह पता नहीं था कि मो सैफ कोरोना जैसे वायरस से पीड़ित हो चुका है.
सउदी अरब के कतर में रहता था मो सैफ
बताया जाता है कि मुंगेर सदर प्रखंड का चुरंबा निवासी मो. सैफ अली अपने पिता मो. जहांगीर के साथ सउदी अरब के कतर के दोहा में रहता था. जब पूरी दुनिया में कोरोना का कहर छाने लगा तो वह 12 मार्च को अपना वतन लौटा. परिजनों के अनुसार वह पहले मुंबई आया और फिर दिल्ली के रास्ते मुंगेर पहुंचा. न तो उसे पता था और न ही परिजनों को कि वह सउदी अरब से मौत की सौगात लेकर लौटा है. तीन दिनों तक मो. सैफ बेखौफ परिजनों व अपने मित्रों के साथ घूमता रहा. 15 मार्च को अचानक उसे तेज बुखार के साथ पेट में दर्द होने लगा और उसकी स्थिति बिगड़ने लगी.
जीवन अवतार अस्पताल में किया गया था भर्ती
परिजनों ने उसे इलाज के लिए मुंगेर शहर के बेकापुर स्थित जीवन अवतार अस्पताल में भरती कराया. जहां चिकित्सक ने उसका इलाज किया और विभिन्न पैथोलॉजिकल जांच के साथ ही उसका अल्ट्रासाउंड भी किया गया. जब उसकी स्थिति अधिक गंभीर हो गयी, तो 17 मार्च को उसे पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. बताया जाता है कि पटना में भी वह एक नर्सिंग होम में इलाज कराया. फिर वह पीएमसीएच गया. जहां उसकी किडनी में अधिक खराबी के कारण उसे एम्स भेजा गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. बताया जाता है कि मो सैफ की दोनों किडनी फेल हो गयी था. जबकि दो वर्ष पूर्व भी वह किडनी की बीमारी से पीड़ित था. जिसका इलाज उस समय मुंगेर में ही कराया गया था.
कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मचा कोहराम
बताया जाता है कि मो. सैफ की मौत के बाद जब परिजन उसके शव को एंबुलेंस में लेकर मुंगेर लौट गये तब एम्स के चिकित्सकों को यह पता चला कि जिस सैफ की मौत हुई है उसकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव है. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे के साथ ही पूरे राज्य में हड़कंप मच गया. किंतु तब तक काफी देर हो चुकी थी. शव को परिजन बिना कोई सुरक्षा मानक के लेकर सीधे अपने घर चुरंबा पहुंचे और रविवार दोपहर तक उसका शव घर में ही पड़ा रहा. इस दौरान न तो उसके शव को दफनाया गया और न ही प्रशासनिक स्तर पर उस क्षेत्र को आइसोलेट किया गया है. इधर कोरोना से एक युवक के मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी है और शहर के हर लोग इस महामारी की भयावहता से परेशान दिख रहे हैं. वैसे रविवार को जनता कर्फ्यू के कारण पूरा शहर बंद रहा और लोग खुद को अपने घरों में समेटे रहे. लेकिन मीडिया व सोशल मीडिया के कारण लोगों को यह खबर मिल गयी कि अब मुंगेर शहर कोरोना की चपेट में है.
पूरी रात घर में ही रहा सैफ का संक्रमित शव
मो.सैफ को तीन पुत्र सरफराज, समीम और सदाब तथा दो पुत्री साजिया और साकिया है. 21 मार्च को पटना एम्स में मो. सैफ की मौत के बाद उसके परिजन उसी रात उसके संक्रमित शव को लेकर एंबुलेंस से मुंगेर आ गए. जहां पूरी रात मो. सैफ का संक्रमित शव घर में यूं ही पड़ा रहा. इस दौरान उसकी पत्नी साबिया खातून सहित अन्य परिजन उसके शव के संपर्क में रहे. बताया जाता है कि इस दौरान न तो कोई प्रशासनिक पदाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी इस बात को लेकर गंभीर दिखे कि मो. सैफ का संक्रमित शव घर में होने से परिवार के अन्य लोग भी इस कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते है. वहीं सुबह भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा केवल जिला स्वास्थ्य समिति के दो लोगों को मो. सैफ के घर भेज दिया गया. जहां विभाग द्वारा केवल मो. सैफ के परिजनों को पांच पीपीटी किट उपलब्ध कराकर छोड़ दिया गया.
बनायी जायेगी सूची, होगा कोरोन्टाइन
मुंगेर. सिविल सर्जन डॉ पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि जीवन अवतार हॉस्पिटल द्वारा मो सैफ की कई जांच करने की सूचना मिली है. इसलिए वहां भर्ती सभी मरीजों सहित हॉस्पिटल के कर्मियों का भी कोरोन्टाइन कराया जायेगा. जबकि मृतक के परिजनों और उसके घर के आसपास रहने वाले लोगों सहित मृतक के मित्रों की सूची बनायी जायेगी. जो इस दौरान मो सैफ के संपर्क में आये थे. सूची बनाने के बाद उन सभी लोगों का कोरोन्टाइन कराया जायेगा.
मृतक मो सैफ के दैनिक कार्यकलाप की जानकारी संकलित करने के लिए बनी प्रशासनिक टीम
कोविड-19 से मुंगेर के चुरंबा निवासी मो. सैफ अली की मौत के बाद जिला प्रशासन ने एहतियाती कार्रवाई प्रारंभ कर दी है. इसके तहत जिलाधिकारी राजेश मीणा ने पदाधिकारियों का एक टीम का गठन किया है जो मो. सैफ के मुंगेर आगमन से लेकर उसके पटना जाने तक दैनिक कार्यकलाप व दिनचर्या के इतिहास एकत्रित करेगा. इस दौरान यह पता लगाया जायेगा कि मुंगेर में वह किन-किन मित्रों व परिजनों से मिला और कहां-कहां इलाज कराया. इसके लिए मुंगेर के जिला भविष्य निधि पदाधिकारी देवेंद्र कुमार को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है तथा सदर प्रखंड के अंचलाधिकारी दिव्य राज गणेश, राजस्व कर्मचारी रजनीश शर्मा तथा नगर निगम के कर संग्राहक शुभचंद्र राय को जांच टीम में शामिल किया गया है. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि प्रतिनियुक्त टीम को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये पीपीटी किट, मास्क व सेनेटाइजर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही जांच के दौरान टीम के साथ एक चिकित्सक व एक पारा मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेंगे.