मधेपुरा। बिहार में कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश में लॉकडाउन किया गया है। लेकिन सोमवार की सुबह व्यवस्था सामान्य सी दिखी। सुबह-सुबह चाय पान की दुकान खुल गई। चाय नाश्ते के भी दुकान खुलने शुरू हो गए। मिठाई दुकान और होटल भी खोल दिए गए। वाहनों की रफ्तार पहले की तरह शुरू हो गई। शायद लोगों को लॉकडाउन की घोषणा की जानकारी आमजनों तक नहीं पहुंच पाया। सोमवार के दिन 10 बजे तक बाजार की दुकानें खुली रही। वही यात्री वाहनों का आना-जाना लगा रहा। लेकिन उसके बाद के समय में अधिकारी पूरी तरह सक्रिय नजर आए। माइकिग के जरिए लोगों को लॉक डाउन की प्रक्रिया समझाई गई। वहीं सड़क पर वाहनों की रफ्तार को रोक दिया गया। जरूरतमंद लोगों को आवश्यक दिशा निर्देश देकर जाने की अनुमति दी गई। राशन, मेडिकल, दूध की दुकान को छोड़कर सभी प्रकार की दुकान बंद करने को कहा गया। एसडीएम एसजेड हसन और एसडीपीओ सीपी यादव ने कहा कि प्रशासन की मंशा कतई लोगों को परेशान करने की नहीं है। इस दौरान एसडीएम एसजेड हसन, एसडीपीओ सीपी यादव, वीडियो मुर्शीद अंसारी, सीओ विजय कुमार राय, थाना अध्यक्ष शशि भूषण सिंह, सीडीपीओ निशा कुमारी, दारोगा कामेश्वर पांडेय, विद्या प्रसाद, पूर्व प्रमुख विकासचंद्र यादव, मुखिया संजीव झा, व्यवसाय संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, अन्य लोग बाजार बंद कराते नजर आए।
संसू, मुरलीगंज (मधेपुरा) : सरकार के आदेशानुसार 31 मार्च तक लॉक डाउन के तहत सोमवार को मुरलीगंज में खासा असर देखने को मिला। इस दौरान नपं ईओ शंकर प्रसाद, बीडीओ ललन कुमार चौधरी, सीओ शशिभूषण कुमार, थानाध्यक्ष किशोर कुमार पुलिस बल के साथ शहर का भ्रमण कर लॉक डाउन को लेकर कड़े रूख अपनाया। यद्यपि किराना, दवाई एवं सब्जी दुकानदारों को भी दुकान पर ज्यादा भीड़ नहीं लगाने का निर्देश दिया गया। वहीं ईओ शंकर प्रसाद एवं सीओ शशिभूषण कुमार दुकानदारों को समझाकर 31 मार्च तक अपनी अपनी दुकान बंदकर घर में रहते हुए एहतिहात बरतने को कहा।
संसू. ग्वालपाड़ा (मधेपुरा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घोषणा के बाद भी ग्वालपाड़ा प्रखंड मुख्यालय बाजार में लॉक डाउन को कोई असर नहीं देखा गया। आम दिनों की तरह सभी दुकानें खुली रही। बाजार से गुजरने वाले एनएच 106 सड़कों पर दो पहिया वाहन का परिचालन लगातार होते रहा है।