कोशी लाइव_नई सोच नई खबर।
सरकार की ओर से लॉकडाउन की घोषणा करते ही सामान्य जरूरत की चीजों के स्टॉक में शहर के लोग जुट गए हैं। लोगों द्वारा सामानों की स्टॉक को देखते दुकानदारों ने मनमानी कीमत वसूलनी शुरू कर दी है। एक दिन में आलू की कीमत दोगुने से अधिक बढ़ा दिए हैं।
सामान्य तौर पर सात से आठ सौ रुपये क्विंटल मिलने वाला आलू थोक में दो हजार रुपये बिक रहा है। प्याज की कीमत में 20 फीसदी तक की बढ़ोत्तर हो गई है। हरी सब्जी की कीमत काफी बढ़ चुकी है। कोई सब्जी 60 रुपये प्रतिकिलो से कम में नहीं बेची जा रही। शहर के सब्जी बाजार में रविवार सुबह से जरूरत के सामानों को खरीदने के लिए लोग जुटने लगे थे। दोपहर तक कीमत में लगातार इजाफा होने लगा। सरसो तेल, चावल, आटा सहित सभी सामानों की कीमत शाम तक 10 रुपये किलो बढ़ गई। कई दुकानदारों ने सरसों का तेल का टिन समाप्त होने की बात कही। इसकी कीमत तक बताने से इंकार करते रहे। उनका कहना था कि सामान उपलब्ध होने पर ही कीमत बताई जा सकती है।
लॉकडाउन के बाद तीन महीने के सामान खरीद रहे : खुदरा दुकानदारों के मुताबिक पहले लोग 15 दिनों या एक महीने का सामान लेते थे। लॉकडाउन की घोषणा होते ही तीन महीने तक सामान एक साथ खरीदने लगे हैं। खुदरा दुकानदार रंधीर भगत, शंकर चौक के अमित कुमार सहित अन्य ने बताया कि मार्च लगभग समाप्त होने को है लेकिन लोगों ने अभी ही मई तक का सामान स्टॉक कर लिया है। इधर, शहरवासी राजीव कुमार, असीम शर्मा, बद्री झा सहित अन्य ने बताया कि लॉकडाउन के बाद दुकानदार तेल, चावल, आटा सहित अन्य सामानों को ऊंची कीमत पर दे रहे हैं। इससे शहर के लोग काफी परेशान हैं। उन्होंने प्रशासन से दाम पर लगाम लगाने की मांग की।
आज से छापेमारी की जाएगी : सदर एसडीओ शंभूनाथ झा ने कहा कि सामानों की कमी नहीं है। चार मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। मंगलवार से छापेमारी शुरू की जाएगी। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते जेल भेजा जाएगा।
स्टॉकिस्टों ने सामान देने से खड़े किए हाथ : किराना सामान के स्टॉकिस्टों ने खुदरा दुकानदारों को सामान देने से हाथ खड़ा कर दिए हंै। खुदरा दुकानदारों ने बताया कि सामान मांगने पर नहीं रहने की बात कहकर लौटा दिया जा रहा है। खुदरा दुकानदारों के मुताबिक कई सामानों की कीमत बढ़ा दी गई है। सामान नहीं रहने के कारण मजबूरन लोगों को लौटाना पड़ रहा है।