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पटना। बिहार में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। तीसरे दिन गुरुवार को पूरे प्रदेश में पुलिस ने 71 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। वहीं, 24 लाख रुपये जुर्माना वसूला। जबकि 36 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। साथ ही 14 सौ वाहन जब्त किए गए।
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने दो टूक चेतावनी दी है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों की खैर नहीं है। यही नहीं, कोरोना वायरस से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने के आदेश की अनदेखी कर रोड पर मटरगश्ती करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर महामारी की चपेट में आ सकते हैं।
उधर, दूरसंचार, एटीएम कैश वाहन, रेल माल ढुलाई आदि जरूरी सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के संबंध में एडीजी विधि-व्यवस्था अमित कुमार ने सभी एसएसपी-एसपी को आदेश दिया। इससे पूर्व पुलिस मुख्यालय के लिए गुरुवार का दिन मीटिंगों के नाम रहा। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार और एडीजी विधि व्यवस्था अमित कुमार ने फील्ड में तैनात अधिकारी से फोन और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लॉकडाउन के अनुपालन की जानकारी ली।
बेवजह निकलने पर राजधानी में जब्त हुईं 13 गाड़ियां, नौ दुकानें बंद
लॉकडाउन में घर से बेवजह बाहर निकलने पर 13 गाड़ियों को पुलिस ने जब्त कर लिया। इस दौरान पुलिस ने लॉकडाउन और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़े गए वाहन स्वामी से 60 हजार 900 रुपए का जुर्माना वसूल किया। पुलिस ने करीब 190 वाहनों की जांच की। थानों में मिली शिकायत के बाद पुलिस ने कपड़ा, स्टेशनरी और अन्य नौ दुकानों को बंद कराया। साथ ही दुकान मालिक को चेतावनी दी।
जुर्माना वसूलने के लिए तैनात रही ट्रैफिक पुलिस
चेकिंग प्वाइंट पर पहले की तरह ट्रैफिक पुलिस की मुस्तैदी दिखी। पुलिस पदाधिकारी हाथ में पीओएस मशीन लेकर जुर्माना वसूलने के लिए तारामंडल के सामने, आयकर चौराहा, डाकबंगला चौराहा, पाटलिपुत्र चौराहा, पुनाईचक मोड़ आदि प्रमुख चेकिंग प्वाइंट पर नजर आए। हालांकि, वाहनों का आवागमन काफी कम था। कार सवार मास्क और ग्लव्स के अलावा सीट बेल्ट लगाकर वाहन चला रहे थे। दोपहिया वाहन सवार भी हेलमेट पहने थे, इसलिए शाम छह बजे तक कहीं भी जुर्माना वसूलने की नौबत नहीं आई।
मंडियों में भी मुस्तैद रही पुलिस
सब्जी, फल और राशन मंडियों में भी पुलिस की मुस्तैदी रही। थानों की जिप्सी पर सवार पुलिसकर्मी लगातार उन इलाकों में गश्त लगाते रहे। प्रशासन का दावा है कि कालाबाजारी के खिलाफ शिकायत मिलने पर छापेमारी की गई। पुलिसकर्मी दुकानों के बाहर लोगों को भीड़ लगाने नहीं दे रहे थे। वे ग्राहकों को दूरी बनाकर खड़ा करवा रहे थे और दुकानदार को काउंटर से अंदर ही रहने को कहा गया था।