Kosi Live-कोशी लाइव BIHAR:14,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ BRC का डेटा ऑपरेटर, BEO मौके से फरार - Kosi Live-कोशी लाइव

KOSILIVE BREAKING NEWS

Friday, December 12, 2025

BIHAR:14,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ BRC का डेटा ऑपरेटर, BEO मौके से फरार

अकोढ़ीगोला (रोहतास)। विशिष्ट शिक्षकों से वेतन निर्धारण के नाम पर 14 हजार रिश्वत ले रहा अकोढ़ीगोला बीआरसी में तैनात कंप्यूटर डेटा ऑपरेटर चंदन कुमार शर्मा को निगरानी टीम ने शुक्रवार को उसके आवास के पास से गिरफ्तार कर लिया।

निगरानी टीम बीईओ के डेहरी स्थित आवास पर भी पहुंची जहां वे गायब मिले। यह कार्रवाई मध्य विद्यालय बांक के विशिष्ट शिक्षक सुनील कुमार की शिकायत पर हुई है।

निगरानी डीएसपी विंध्याचल प्रसाद ने बताया कि 24 नवंबर को शिक्षक सुनील कुमार द्वारा विभाग को दिए गए आवेदन में आरोप लगाया था कि उनका तथा अन्य नौ विशिष्ट शिक्षकों का वेतन निर्धारण करने के लिए प्रति शिक्षक 15 सौ रुपये की दर से कुल 15 हजार रुपये की रिश्वत बीईओ कार्यालय के ऑपरेटर चंदन कुमार द्वारा मांगी जा रही है।

शिकायत की पुष्टि होने के बाद निगरानी विभाग द्वारा विशेष धावा टीम का गठन उनके नेतृत्व में किया गया। आज सुबह टीम ने अकोढ़ी गोला में गुड्डू कुमार के आवास के सामने जहां कंप्यूटर ऑपरेटर रहता है वहां जाल बिछाई। शिक्षक सुनील कुमार को केमिकल लगे पांच सौ रुपये के नोट उपलब्ध कराए गए थे। चंदन कुमार शर्मा को जैसे ही शिक्षक 14 हजार रुपये रिश्वत दिए उसी समय उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

निगरानी डीएसपी ने बताया कि चंदन कई विशिष्ट शिक्षकों से वेतन निर्धारण की फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहा था। टीम द्वारा मौके से आवश्यक दस्तावेज और प्रमाण भी जब्त किया गया है। पूछताछ में गिरफ्तार डेटा ऑपरेटर ने बीईओ के लिए पैसा लेने की बात बताई है।

इसके बाद निगरानी की टीम उसे लेकर बीईओ प्रणव कुमार से पूछताछ के लिए उनके डेहरी स्थित आवास पर पहुंची। जहां बीईओ गायब मिले। बताया जाता है कि चंदन की गिरफ्तारी की भनक लगते ही बीईओ अपने घर से फरार हो गए। फिलहाल उनका मोबाइल बंद आ रहा है।

शिकायतकर्ता शिक्षक के अनुसार मध्य विद्यालय बांक के 10 विशिष्ट शिक्षकों का वेतन निर्धारण को लेकर 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। उन्होंने बीईओ से बात की तो उन्होंने ऑपरेटर चंदन कुमार से मिल लेने की बात कही। जिसकी जानकारी निगरानी को दी गई।

तीन माह से चल रही थी कवायद:

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की कार्यशैली से परेशान शिक्षक तीन माह से निगरानी विभाग द्वारा उन्हें ट्रैप कराने का प्रयास कर रहे थे। दबी जुबान शिक्षकों का कहना है कि बस वे कुछ न कुछ कमी निकाल शिक्षकों को परेशान करते व उनका आर्थिक दोहन करते रहते थे। नियमानुकूल कार्य के लिए भी उनके कार्यालय में बिना चढ़ावा कुछ नहीं होता था।

इसी बीच विधानसभा चुनाव हो जाने के कारण शिक्षक मौके की तलाश में लगे हुए थे। जिस विद्यालय के शिक्षक बीईओ को सबक सिखाने में लगे हुए थे, उसी विद्यालय में कार्यरत डेटा ऑपरेटर की पत्नी पूजा कुमारी को भी इस कार्रवाई की भनक नहीं थी। जब उन्हें अपने पति की रिश्वत लेते गिरफ्तारी की जानकारी हुई तो वह भी हतप्रभ रह गई।