सहरसा।
नये साल के मद्देनज़र अवैध शराब तस्करी के खिलाफ चलाये जा रहे ऑपरेशन सतर्क के तहत सहरसा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और उत्पाद विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है। बेंगलुरु–सहरसा सुपरफास्ट ट्रेन से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त शराब की कुल मात्रा 81.795 लीटर है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 1 लाख 25 हजार 488 रुपये बतायी गयी है।
यह कार्रवाई बुधवार को उस समय की गयी जब ट्रेन संख्या 22352 बेंगलुरु–सहरसा सुपरफास्ट सहरसा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 02 पर पहुंची। गुप्त सूचना के आधार पर आरपीएफ पोस्ट निरीक्षक धनंजय कुमार के नेतृत्व में एसआई सुजीत कुमार मिश्र, कांस्टेबल दुर्गेश कुमार, निखिल कुमार एवं रणवीर कुमार तथा उत्पाद विभाग के निरीक्षक संजीत कुमार की संयुक्त टीम ने ट्रेन के सभी एसी कोचों की गहन तलाशी ली।
फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड एसी कोच से मिली शराब
तलाशी के दौरान एसी फर्स्ट क्लास, ए–2, बी–1, बी–2 और बी–3 कोचों से व्हिस्की, रम, वोडका और ब्रांडी सहित विभिन्न ब्रांड की कुल 181 बोतल विदेशी शराब बरामद की गयी। मौके पर ही उत्पाद विभाग द्वारा विधिवत जब्ती सूची तैयार कर शराब को जब्त किया गया और सभी आरोपियों को हिरासत में लिया गया।
इस कार्रवाई में एक बेडरोल सुपरवाइजर, पांच कोच अटेंडेंट और दो हेल्पर को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपी बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून का उल्लंघन करते पाये गये। बाद में सभी को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग को सौंप दिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
बेडरोल सुपरवाइजर: सत्य नारायण कुमार (27), मुरलीपुर नवास, वार्ड 09, सहरसा
कोच अटेंडेंट:
गुड्डू कुमार (23), कोरलाही, वार्ड 39, सहरसा — बी–2 कोच
राकेश कुमार (19), कायस्थ टोला, वार्ड 28, सहरसा — ए–2 कोच
गुलशन कुमार (18), कोरलाही, वार्ड 44, सहरसा — बी–3 कोच
दीपक कुमार (21), परसौनी, वार्ड 01, सुपौल — बी–1 कोच
गोलू कुमार (19), बनगांव, वार्ड 17, सहरसा — फर्स्ट क्लास कोच
हेल्पर:
करण कुमार (18), कोरलाही, वार्ड 44, सहरसा — बी–1 कोच
दिलखुश कुमार (18), परसाहा, वार्ड 03, महिषी, सहरसा — बी–3 कोच
बताया जा रहा है कि दोनों हेल्पर मानसी स्टेशन के बाद ट्रेन में चढ़े थे और वही शराब की तस्करी में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे।
मध्य प्रदेश ब्रांड की है शराब
विभागीय अधिकारियों के अनुसार बरामद सभी शराब की बोतलें मध्य प्रदेश ब्रांड की हैं। चूंकि बेंगलुरु–सहरसा सुपरफास्ट मध्य प्रदेश होकर गुजरती है, इसलिए इस रूट का इस्तेमाल शराब तस्कर कर रहे थे।
ऑपरेशन सतर्क के तहत लगातार चलेगा अभियान
आरपीएफ और उत्पाद विभाग ने स्पष्ट किया है कि नये साल में अवैध शराब की तस्करी की आशंका को देखते हुए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। हटिया–पूर्णिया कोर्ट कोसी एक्सप्रेस, बांद्रा–सहरसा सुपरफास्ट, नयी दिल्ली–सहरसा वैशाली एक्सप्रेस, अमृतसर–सहरसा जनसाधारण एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस सहित अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
आरपीएफ और उत्पाद विभाग की इस संयुक्त कार्रवाई को शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी कामयाबी माना जा रहा है और प्रशासन ने संकेत दिया है कि आगे भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जायेगी।