बिहार में समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात हालात उस वक्त तनावपूर्ण हो गए जब सुरहा गांव की संजू देवी, जो बीते 14 अगस्त को धारदार हथियार से गंभीर रूप से घायल हुई थीं, इलाज के दौरान बेगूसराय में दम तोड़ दीं.
इससे गुस्साए परिजन और ग्रामीण बुधवार सुबह मृतका का शव लेकर हसनपुर-बिथान पथ पर मेदो चौक को जाम कर विरोध प्रदर्शन करने लगे.
सड़क जाम और बवाल
आक्रोशित लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क पर टायर जलाकर जाम लगाया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक जीप को पलट दिया. हालाँकि पुलिस ने झड़प की बात से इनकार किया है.
13 दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं
गौरतलब है कि 14 अगस्त को सुरहा बसंतपुर गांव में अपराधियों ने गंगा प्रसाद यादव और उनकी पत्नी संजू देवी पर धारदार हथियार से हमला किया था. हमले में गंगा प्रसाद की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि गंभीर रूप से घायल संजू देवी इलाजरत थीं. ग्रामीणों का आरोप है कि घटना के 13 दिन बीतने के बावजूद अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, जिससे लोगों का गुस्सा भड़क गया.
भय का माहौल
मृतक के पुत्र अनिरुद्ध यादव ने बताया कि परिवार दहशत में है. घर के आसपास संदिग्ध बाइक सवारों की आवाजाही बनी रहती है. मृतका की पुत्री निशा कुमारी ने अपने बहनोई अमरेश कुमार पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन दिया था. बताया जाता है कि संजू देवी और गंगा प्रसाद की हत्या पारिवारिक विवाद से जुड़ी बताई जा रही है.
पुलिस कैंपिंग और लोगों की मांग
हालात बिगड़ने पर डीएसपी संजय कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष योगेश कुमार सहित कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप करने लगी. लोग अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. प्रशासन की ओर से आश्वासन मिलने के बाद ही जाम खत्म करने पर विचार किया जाएगा.