3 जून को पीड़ित अभिषेक ने साइबर थाने में शिकायत दी थी कि ‘सीमांचल ट्रेंडिंग’ UPI ID से Kiracric एप के माध्यम से उनसे फ्रॉड कर 15 लाख रुपये ठगे गए हैं. जांच के क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि यह पूरा रैकेट यासिर अराफात द्वारा संचालित किया जा रहा था, जो खुद को वैध व्यापारी बताकर काउंटर चला रहा था.
गिरफ्तारी के समय मोबाइल, लैपटॉप और धमकी भरे कॉल का नंबर जब्त
छापेमारी में यासिर के पास से ठगी में इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर 9431845730 और एक अतिरिक्त नंबर 9852486646 भी बरामद हुआ, जिससे उसने वादी को 20 मई को धमकी भरा कॉल किया था.
Kiracric एप पर 5,000 से ज्यादा साइबर केस
साइबर पुलिस पोर्टल पर Kiracric एप से जुड़े 5000 से अधिक मामले दर्ज हैं. पूछताछ में यासिर ने कबूल किया कि उसने इसी प्लेटफॉर्म से अब तक दो करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की है.
कई धाराओं में केस दर्ज, गिरोह की जांच जारी
साइबर थाना में कांड संख्या 41/25 के तहत बीएनएस की धाराएं 316(5), 318(4), 319(2), 351(2) और आईटी एक्ट 66(C), 66(D) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस को शक है कि इस रैकेट से कई और लोग जुड़े हो सकते हैं.