वाहन चालकों को फर्जी चालान की रसीद देकर उनसे उगाही भी की गयी. इस खेल पर से पर्दा तब उठा जब ठगी के शिकार लोग थाने पहुंच गए. ठगी गिरोह का मास्टरमाइंड राहुल साह फरार है.
500 से अधिक लोगों को बनाया शिकार
सीधे-सीधे बेरोजगार युवक-युवतियों को ग्राम रक्षा दल में सिपाही और चौकीदार के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक शख्स ने लाखों की ठगी की. करीब 500 से अधिक लोग इसका शिकार बने. इसका खुलासा कुछ दिनों पहले तब हुआ जब ठगी का शिकार बने कई पीड़ित शिकायत लेकर सामने आए.
ठग के घर पहुंचे पीड़ित लोग
आरोप कसबा नगर परिषद के वार्ड संख्या 23 स्थित नेमा टोल निवासी राजू प्रसाद साह के बेटे राहुल कुमार पर लगा है जो इस ठगी खेल का मास्टरमाइंड है. जब ठगी के शिकार लोग उसके घर पहुंचे तो वह अपने परिवार के साथ फरार हो गया.
कर्ज लेकर नौकरी के नाम पर दिए पैसे
ठगी का शिकार बने युवक-युवतियों ने बताया कि पिछले एक साल से राहुल कुमार कई अन्य लोगों के साथ मिलकर यह कर रहा था. उन्हें झांसा दिया कि ग्राम रक्षा दल व दलपति में सिपाही और चौकीदार की सरकारी नौकरी दी जाएगी. 10-10 हजार रुपए जमा करने बोला. जिसके लोभ में महाजन से ब्याज तक लेकर कर्ज पर पैसे लिए और राहुल को दे दिए.
फर्दी वर्दी और नकली चालान देकर करवाया वसूली
फर्जी नौकरी देने वाले राहुल ने युवक-युवतियों को खाकी वर्दी तक सिलवाकर दे दिया. फर्जी आईकार्ड दिए. कसबा थाना क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर फर्जी गश्ती दल बनाकर काम भी करवाया. वाहन चालकों को फर्जी रसीद देकर चालान के नाम पर पैसे भी वसूले. अगर एक हजार की वसूली होती थी तो तैनात फर्जी रक्षा दल को दो सौ रुपए मिलते थे. शेष 800 रुपए राहुल अपने पास रख लेता था.
बोले थानाध्यक्ष…
इस पूरे मामले पर कसबा के थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनवी ने कहा कि पीड़ित युवक-युवतियों ने लिखित आवेदन दिया है. इसमें ग्राम रक्षा दल और दलपति की नौकरी के नाम पर राहुल कुमार के द्वारा ठगी की बात कही गयी है. मामले की जांच की जा रही है.