सहरसा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से संचालित दवा दुकानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ड्रग इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में सोनबरसा कचहरी ओपी क्षेत्र के भगवानपुर अमरपुर गांव में एक बिना लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की गई, जहां से 51 प्रकार की दवाएं जब्त की गईं। कार्रवाई के बाद स्टोर को सील कर दिया गया।
नकली दवा के खिलाफ अभियान तेज
ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि यह कार्रवाई औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध दवा कारोबार पर सख्त निगरानी रखी जा रही है और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।उन्होंने आम लोगों से दवा खरीदते समय बिल अवश्य लेने की अपील की, ताकि नकली और अवैध दवाओं के व्यापार पर अंकुश लगाया जा सके।
300 दवाओं पर QR कोड अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोसी प्रमंडल के औषधि नियंत्रण अधिकारियों और सहरसा केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन की बैठक में बड़ा फैसला लिया है। अब बिना बिल दवा खरीद-बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित होगी। नकली दवाओं की आपूर्ति में बिल रहित लेन-देन की अहम भूमिका बताई गई है।
इसके अलावा, 300 प्रमुख दवा ब्रांड्स पर QR कोड अनिवार्य किया गया है, जो कि प्राथमिक पैक पर होना चाहिए। निरीक्षण के दौरान QR कोड नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
थोक लाइसेंस पर खुदरा बिक्री गैरकानूनी
ड्रग इंस्पेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि थोक लाइसेंस लेकर खुदरा बिक्री करना नियमों का उल्लंघन है। ऐसे मामलों में न सिर्फ लाइसेंस रद्द किया जाएगा, बल्कि अभियोजन भी चलाया जाएगा।साथ ही, बिना लाइसेंस के गोदामों और अवैध भंडारण स्थलों पर भी कार्रवाई की जाएगी।