घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई.
मृतक रामटहल दास शंकरपुर प्रखंड के सोनवर्षा हाई स्कूल में दो साल से हिन्दी पढ़ा रहे थे. स्कूल की छुट्टी के बाद वह अपने साथी शिक्षक रविरंजन कुमार के साथ बाइक से घर लौट रहे थे. इसी दौरान लालपुर पहुंचने पर हमलावरों ने उन्हें निशाना बनाया और मौके पर ही उनकी जान ले ली. साथी शिक्षक किसी तरह जान बचाकर भाग निकले.
एक साल पहले हुई थी शादी
रामटहल की उम्र 37 साल थी और उन्होंने एक साल पहले ही शादी की थी. उनके बड़े भाई बेचन यादव ने सनसनीखेज दावा किया है कि रामटहल की शादी ठाकुरबाड़ी के महंत की मर्जी के खिलाफ हुई थी, जिससे वह नाराज थे. रामटहल बचपन से उदा ठाकुरबाड़ी में ही रहकर पले-बढ़े थे, लेकिन शादी के बाद उन्होंने महंत का साथ छोड़ दिया था और अलग रहने लगे थे. परिजनों का आरोप है कि महंत बैजनाथ दास की नाराजगी के चलते रामटहल को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं.
हालांकि, महंत बैजनाथ दास ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा कि शादी के बाद रामटहल ने स्वयं ही ठाकुरबाड़ी छोड़ दी थी, उनकी उससे कोई दुश्मनी नहीं थी.
हर पहलू से पुलिस कर रही जांच
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल भेजा गया. एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि हत्या के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है. पुलिस हर पहलू पर नजर रख रही है और अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है. इस घटना ने न केवल शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि क्षेत्र में दहशत का माहौल भी पैदा कर दिया है.