पुलिस ने बताया कि भूंजा विक्रेता की हत्या का मुख्य कारण प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। जिसमें आरोपियों और हत्या में इस्तेमाल किए हथियार को जब्त किया गया है। इस पूरे मामले में सहरसा के पुलिस अधीक्षक (SP) हिमांशु कुमार की सक्रियता और नेतृत्व ने अहम भूमिका निभाई।
जानकारी के मुताबिक, एसपी ने स्वयं इस केस को संज्ञान में लिया और विशेष टीम बनाकर सिर की बरामदगी के लिए छानबीन शुरू करवाई। अंततः सिर को एक पोखर की जलकुंभी से बरामद कर लिया गया। इसके साथ ही पवन सदा, पिता चने सदा, निवासी फोरसहा को गिरफ्तार किया गया है। इस जघन्य अपराध में संलिप्त अन्य तीन आरोपियों की तलाश अब भी जारी है।
प्राथमिक जांच में यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पतरघट में भुंजा विक्रेता निर्मल साह की निर्मम हत्या कर उसका सिर गायब कर दिया गया था। इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे जिले को झकझोर दिया था। मामला इतना संवेदनशील हो गया था कि राज्यभर के कई प्रमुख राजनीतिक नेताओं ने पतरघट पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। आम जनता में भी पुलिस को लेकर आक्रोश था, खासकर सिर नहीं मिलने को लेकर।
एसपी हिमांशु कुमार द्वारा मामले को व्यक्तिगत रूप से गंभीरता से लेने और तेजी से कार्रवाई करने से पीड़ित परिवार और आम लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं एसडीपीओ सदर और पुलिस की टीम लगातार शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार अपराधकर्मी से पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए बताया कि प्रेम-प्रसंग को लेकर यह घटना तीन लोगों के द्वारा मिलकर अंजाम दिया गया। मृतक के कटे सिर और घटना में प्रयोग किए हथियार को नदी के किनारे गाड़ कर छुपा दिया गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पुलिस ने गिरफ्तार अपराधी के साथ घटना की पुनरावृति भी कराया। ताकि सभी बातें स्पष्ट हो सकें। पुलिस बरामद सिर का डीएनए जांच भी कराएगी। पुलिस घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। मालूम हो कि गुरुवार को गिरफ्तार अपराधी को साथ लेकर सदर एसडीपीओ आलोक कुमार, साइबर डीएसपी अजीत कुमार, मुख्यालय डीएसपी, पतरघट थानाध्यक्ष, जिला आसूचना की टीम के साथ गिरफ्तार आरोपी के निशानदेही पर गायब सिर एवं घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद की थी।