इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने के बाद पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. घटना बैजनाथपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार देर शाम की है. मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार शाम को सहरसा से सौरबाजार जाने वाली बायपास मार्ग में बैजनाथपुर में नहर किनारे एक मकई खेत से युवक का शव बरामद किया गया. बाद में शव की पहचान गम्हरिया गांव निवासी 32 वर्षीय शंकर कुमार के रूप में हुई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस इस मामले में आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मृतक की पत्नी पूजा कुमारी द्वारा पुलिस को दिए आवेदन में कहा गया है कि गांव के हीं मनीष कुमार, सुभाष कुमार, विभाष कुमार, संतोष कुमार समेत अन्य लोग शाम के समय मेरे दरवाजे पर आया और मेरे पति से कहा कि चलो घूमकर आते हैं. मेरे पति को बाइक पर बैठाकर ले गया, लेकिन वापस नहीं आया. देर रात को पता चला कि उन्हें मारकर मकई खेत में फेंक दिया है. गले में रस्सी के फंदे और शरीर पर जख्म के निशान से प्रतीत होता है कि इनलोगों ने बेरहम तरीके से मेरे पति की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को मकई खेत में छुपा दिया था. इनलोगों की मेरे पति से पूर्व से दुश्मनी थी और बराबर जान मारने की धमकी दी जा रही थी. घटना की जानकारी मिलने पर सदर एसडीपीओ आलोक कुमार और बैजनाथपुर थानाध्यक्ष अमरज्योति पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लेने के बाद आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. एएसएफएल की टीम भी पहुंचकर कुछ साक्ष्य को अपने साथ ले गयी है. इधर गांव के कुछ लोगों का आरोप है कि इस मामले में पुलिस हत्या में शामिल लोगों तक नहीं पहुंच कर राजनीति साजिश के तहत कुछ निर्दोष लोगों को भी फंसा रही है. उन्होंने पुलिस विभाग के वरीय पदाधिकारी से उच्च स्तरीय जांच कर दोषी बचे नहीं और निर्दोष फंसे नहीं की तर्ज पर काम करने का आग्रह किया है.
मकई खेत से मंगलवार देर शाम पुलिस ने बरामद किया शव पत्नी के दिये आवेदन में दर्ज हुआ मामला सौरबाजार. पुरानी रंजिश में दोस्त ने घर से बुलाकर सुनसान जगह में ले जाकर हत्या के बाद शव को मकई खेत में फेंक दिया.
