बड़ी पार्टियां, छोटी पार्टियों को मछली समझ गिल रही, ब्लैक मेलिंग की राजनीति धड़ल्ले से - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन
बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस पर कह दी बड़ी बातें
ANA/Gaurav Verma
पटना। देश के हर नागरिक जानते हैं बड़ी मछलियां छोटी मछलियां खा जाती है। आज, वही हालात हो गई है राजनीतिक पार्टियों के आलाकमान का। बस, एकबार जो पार्टी आलाकमान सत्ता की कुर्सी पर बैठ गए, वो आसानी से कुर्सी नहीं छोड़ते। दिन रात तिकड़म में ही अपना ज्यादा समय व्यतीत करते हैं। और तो और ब्लैक मेलिंग की राजनीति करने में उन्हें बहुत ज्यादा मजा आता है। सत्तारूढ कुर्सी के लिए विरोधियों की हर कमजोरी को अपने कब्जे में लेकर खूब ब्लैक मेलिंग कर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। दिनरात पिसती है बेचारी आमजनता। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस के अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से कही। आगे उन्होंने कहा कुछ बड़ी पार्टियां छूटी छोटी क्षेत्रीय पार्टियों में तोड़ फोड़, ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स आदि का भय दिखाकर अपनी पार्टी में धड़ल्ले से शामिल कर अपनी पीठ खूब थपथपा रहे हैं। अगर, विरोधियों की सरकार है तो उन्हें फूटी कौड़ी भी नहीं सुहाते। इसमें भी आम जनता की ही हानि हो रही है। बुजदिल नेता भयातुर हो वर्षों अपनी अपनी पार्टी का वफादार होने के बावजूद तुरंत पार्टी बदल कर वर्षों का संबंध क्षण भर में खत्म कर लेते हैं। हालांकि, ब्लैक मेलिंग की राजनीति कोई नई बात नहीं । कल भी हो रहा था और आज भी हो रहा है। फर्क सिर्फ़ यह है कि पहले कुछ कम और परदे के पीछे ब्लैक मेलिंग का खेल होता था। आम जनता इससे अनभिज्ञ रहती थी। आगे डॉ वर्मा ने कहा आज उसका ठीक उल्टा हो रहा है। आज खुल्लम खुल्ला रात दिन ब्लैक मेलिंग की राजनीति हो रही है, जिसे आम जनता सब कुछ देख रही है और जान भी रही है। आज के सत्ताधारी कुर्सी से चिपके रहने के लिए किसी भी हद तक पहुंचने को तत्पर रहती है।