राज्य ब्यूरो, पटना। अब विवादों की प्रकृति के आधार पर भूमि विवाद का निबटारा किया जाएगा। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कार्यालयों की सुरक्षा के लिए हरेक अंचल में चार गार्ड तैनात किए जाएंगे। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में एक पुलिस डीआइजी की तैनाती होगी। शुक्रवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय हुआ। हाल में सर्वे में शामिल अमीन और महिला कर्मियों की सुरक्षा का मामला उठा था। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है।
बैठक में राय दी गई कि जमीन से जुड़े विवादों को तीन श्रेणी में बांटा जाए। ये व्यक्तिगत, न्यायालय में विचाराधीन और विधि व्यवस्था बिगाड़ने वाले विवाद की श्रेणी में रखे जा सकते हैं।
साप्ताहिक बैठक पर रखें नजर
मुख्य सचिव ने कहा कि पुलिस एवं गृह विभाग निगरानी करे कि हरेक सप्ताह अंचल स्तर पर बैठक हो रही है या नहीं। कोविड के बाद यह बैठक अनियमित हो गई है। मुख्य सचिव ने कहा कि चौकीदार हरेक शनिवार को अंचल में अपने इलाके के भूमि विवाद की जानकारी देंगे।थाना प्रभारियों को कहा गया कि वे जमीन विवाद की शिकायतों को अलग रजिस्टर में दर्ज करें। निदेशक, भू-अभिलेख जय सिंह को कहा गया कि वे हर सप्ताह पुलिस महानिदेशक से मिलकर सर्वेक्षण से संबंधित जानकारी साझा करें।