Bihar Education: बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की पहल, स्कूलों में लागू की जा रही है नई कार्य योजना
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के संचालन के लिए नई कार्य योजना पर काम शुरू हो गया है। हाल में शिक्षा मंत्री डॉ.अशोक चौधरी (Education Minister Dr. Ashok Chaudhary) द्वारा समीक्षा बैठक में नये सिरे से कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया गया था, जो आने वाले समय में नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के मानकों पर भी खरा उतरे। इस पर शिक्षा विभाग (Department of Education) के प्रधान सचिव संजय कुमार ने अमल करते हुए शिक्षण कार्य में जुटे शिक्षकों को सशक्त बनाने, कक्षाओं में पढ़ाई-लिखाई की गुणवत्ता सुधारने तथा आकलन प्रणालियों में सुधार लाने, शिक्षक के विकास और स्कूल के नेतृत्व के माध्यम से क्लास रूम में सुधारने की रणनीति बनाने का जिम्मा अफसरों को सौंपा है।
मौजूदा शिक्षा व्यवस्था की खामियों को दूर करने की कोशिश
प्रधान सचिव के मुताबिक नई कार्य प्रणाली में मौजूदा शिक्षा व्यवस्था की खामियों को दूर करने की पूरी कोशिश की जाएगी। इसमें विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रावधान किया जाएगा, जिससे उनकी योग्यता का भरपूर फायदा विद्यार्थियों को मिल सके। इसके लिए शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तय मानकों को ध्यान रखा जाएगा।
सिमुलतला विद्यालय की सेवा शर्त नियमावली की मंजूरी जल्द
प्रधान सचिव के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से सिमुलतला आवासीय विद्यालय (जमुई) के प्रबंधन को बेहतर करने को लेकर आवश्यक सेवा शर्त नियमावली की मंजूरी जल्द ली जाएगी। इसके तहत विद्यालय प्रबंधन ब्यवस्था को बेहतर बनाया जााएगा। इस बारे में हाल में शिक्षा मंत्री डॉ.अशोक चौधरी की ओर से निर्देश दिया गया था।
बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की जगी उम्मीद
राज्य सरकार की इस पहल से बिहार की शिक्षा व्यवस्था (Education System) में सुधार की उम्मीद जगी है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के सकारात्मक परिणाम (Positive Results) जल्दी ही दिखने लगेंगे।