सहरसा। गायत्री शक्तिपीठ सहरसा के द्वारा एक नई पहल करते हुए बिहार कैडर के पूर्व आइएएस अधिकारी केके पांडे का ऑनलाइन वाíषक श्राद्ध परिव्राजक वेद प्रकाश एवं जवाहर के द्वारा संपन्न कराया गया। उनका परिवार लखनऊ से ऑनलाइन जुड़कर वहां मंत्र पढ़ते रहे और सारी प्रक्रिया की। लॉकडाउन के कारण बदलते समय में श्राद्ध संस्कार या पूजा पाठ का नया तरीका अब लोगों को अपनाना होगा।
गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी अरुण जायसवाल ने कहा कि कोरोना काल में नकारात्मक खबरों और लोगों के टूटते मनोबल के बीच सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए शांतिकुंज हरिद्वार के उपकेंद्र गायत्री शक्तिपीठ सहरसा ने एक अनूठी पहल शुरू की है। अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से शक्तिपीठ लोगों का मोटिवेशनल क्लास ले रही है। आने वाले समय में सेमिनार के माध्यम से चुने हुए व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा। इस क्लास में सभी को कोरोना से लड़ने के बाह्य और मानसिक दोनों क्षमताओं को विकसित करने के लिए बताया जा रहा है।
कक्षा को संबोधित करते हुए अरुण जायसवाल जी ने कहा संसार में जो कुछ भी है जीव कहे या मनुष्य कहे वह अपनी प्रकृति के अनुसार आचरण करता है। कहते हैं कि न नेचर और सिग्नेचर कभी नहीं बदलता जब आप स्वयं ना चाहे। मूल समस्या होती है कि हम अपने जीवन को संवारने की बजाय दूसरों को सुधारने चल देते हैं यही सबसे बड़ी समस्या है। लोग पहले अपनी बुराईयों को स्वीकार कर फिर सुधारें तभी जीवन और जगत सुरक्षित रह पाएगा।