कोरोना जैसे महामारी में जहाँ एक तरफ बिहार के प्रवासी मजदूरों का आने का सिलसिला शुरू हुआ।दूसरे तरफ लॉकडॉन के कारण गरीबों,मजदूरों और जरूरतमंदों के सामने खाने की समस्या दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे है।
वही सिमरीबख्तियारपुर में कई सामाजिक संस्थान दिन रात एक करके राहत सामग्री का वितरण करने का काम कर रहे है।उसी में से एक कलम क्रांति अभियान भी है।
कलम क्रांति के सिपाही सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में विगत 45 दिनों से कोरोना लॉकडॉन से प्रभावित हजारों लोगों के बीच राहत राहत सामग्री बांटते हैं। विगत 2 सालों से शिक्षा गुरु डॉ एम. रहमान के प्रारंभ किए गए कलम क्रांति अभियान के माध्यम से बच्चों को ग्रामीण इलाकों में पढ़ाने का काम कर रहे।
कोरोना जैसे महामारी के समय भी कलम क्रांति अभियान राहत सामग्री वितरण का अभियान शुरू किया हुआ है।आप तो बता दे कि सिमरीबख्तियारपुर में लगभग 200 जरूरतमंदों और गरीबों के घरों तक राहत सामग्री पहुँचाने का कार्य किया जा चुका है।
वही सिमरीबख्तियारपुर में कलम क्रांति अभियान के सक्रिय सदस्य पुनपुन यादव ,सफ़ी अहमद,सहवाज़ आलम,अफरीदी,आसिफ अलीग,ग़ालिब जैसे युवाओं के द्वारा राहत सामग्री किट तैयार करके लगातार घरों घरों पहुँचाने का कार्य जारी है।
वही कलम क्रांति अभियान के पुनपुन यादव ने कहा है कि कोरोना संकट के समय सबसे बड़ी समस्या के रूप में गरीबों और जरुतमदों के सामने भुखमरी की आयी है।जिसको लेकर सिमरीबख्तियारपुर के कलम क्रांति अभियान के युवाओँ के द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है।