लॉकडाउन के बीच शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों के सभी शिक्षकों को अपने-अपने स्कूलों में मौजूद रहने का फरमान जारी किया है। यदि उनके स्कूल में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है तो शिक्षक उसके संचालन व व्यवस्था में अपना सहयोग देंगे।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर के महाजन ने सभी जिलाधिकारी और सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। गौरतलब हो कि राज्य के करीब 6000 स्कूलों में क्वारंटाइन सेंटर बन चुके हैं और यहां प्रवासियों को रखा गया है।
शोध प्रशिक्षण निदेशक विनोदानंद झा के मुताबिक रोजाना करीब 100 स्कूलों में नए केन्द्र बनाए जा रहे हैं। अपर मुख्य सचिव ने सभी डीएम व डीईओ से कहा है कि शिक्षक अपने स्कूल में मौजूद रहें और क्वारंटाइन सेंटर में योगदान करें। साथ ही प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के तहत कार्यरत रसोइयों को भी इस कार्य में लगाने का आदेश दिया है। रसोइयों द्वारा क्वारंटाइन सेंटर के भोजन निर्गाण एवं वितरण व्यवस्था में सहयोग किया जाएगा।
महाजन ने अपने आदेश में कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड -19 से मानवता की रक्षा करना एवं प्रभावित लोगों की मदद करना हम सबों का महत्वपूर्ण दायित्व है। शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, रसोइया, शिक्षा सेवी निष्ठा के साथ इस कार्य को करें। प्रशासन के साथ समन्वय कर अपना योगदान देना सुनिश्चित करें। इसमें किसी प्रकार की कोताही स्वीकार्य नहीं होगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में क्वारंटाइन की व्यवस्था को फुलप्रूफ बनाने के लिए मंगलवार की शाम वीडियों कांफ्रेंसिंग से एक समीक्षा बैठक भी रखी थी, हालांकि अंतिम समय में यह स्थगित हो गयी।