सहरसा। जिले के क्वारंटाइन सेंटरों पर भोजन की व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेवारी जिलाधिकारी कौशल कुमार ने संबंधित प्रधानाध्यापक को दी है। जिलाधिकारी ने दिए गए अपने आदेश में कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम हेतु लॉकडाउन लागू है। इस अवधि में राज्य से बाहर विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूर, छात्र व अन्य व्यक्तियों को उनके घर भेजने हेतु सहरसा आगमन श्रमिकों व छात्रों को होने लगा है। जिले के सभी सरकारी विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में तब्दील कर दिया है।
डीएम कौशल कुमार ने सभी क्वारंटाइन केंद्रों पर डिग्निटी किट एवं मच्छरदानी उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी संबंधित प्रखंड के सीओ को दी गई है। साथ ही क्वारंटाइन सेंटरों की साफ सफाई, शौचालय की साफ सफाई एवं इसे चालू अवस्था में रखने की जिम्मेवारी संबंधित प्रधानाध्यापक की होगी। इन केंद्रों पर भोजन की व्यवस्था विद्यालय के प्रधानाध्यापक एमडीएम रसोईया के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे। इस पर व्यय की गयी राशि का अभिश्रव संधारित कर अंचलाधिकारी को उपलब्ध कराएंगे। भोजनादि पर होने वाले व्यय का भुगतान अभिश्रव उपलब्ध कराने पर संबंधित अंचलाधिकारी द्वारा करायी जाएगी। डीएम ने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि अंचलाधिकारी द्वारा आवंटन उपलब्ध होने पर व्यय की गई राशि का भुगतान चेक के माध्यम से करेंगे।