- बिहार में सीवान, बेगूसराय और नवादा रेड जोन में रखे गए, पटना में भी लॉकडाउन में सख्ती
- दरभंगा के क्वारैंटाइन सेंटर में एक मजदूर ने खुदकुशी कर ली, वह टीबी से पीड़ित था
पटना. बिहार में सीवान, बेगूसराय और नवादा को रोड जोन में रखा गया है। लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाए जाने के बाद पटना समेत बाकी जिलों में सख्ती बरती जा रही है। पुलिस ने लोगों से घरों में रहने और नियमों का पालन करने की अपील की है। सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा और पान मसाला के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। इन स्थलों पर थूकने वाले को 6 महीने जेल भी भेजा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कोरोना का संक्रमण यहां-वहां थूकने से बढ़ सकता है।
उधर, दरभंगा के क्वारैंटाइन सेंटर में एक मजदूर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि वह टीबी से पीड़ित था।
पटना: क्वारैंटाइन सेंटर में रह रहे 470 लोग गए घर
पटना के अलग-अलग क्वारैंटाइन सेंटर मेंरह रहे 470 लोगों को घर भेजा गया है। इन लोगों ने 14 दिन क्वारैंटाइन की अवधि पूरी कर ली थी। घर भेजने से पहले सभी की जांच की गई, इनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले। जिले के क्वारैंटाइन सेंटरों में अभी भी 500 से अधिक लोग रह रहे हैं।
दरभंगा: मजदूर ने तनाव में की खुदकुशी
दरभंगा जिले के कमरौली गांव में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में 10 अप्रैल से रह रहे विनोद यादव (45) ने खुदकुशी कर ली। वह दिल्ली में मजदूरी करता था। परिजनों ने बताया कि उसे टीबी की बीमारी थी। इस बीमारी केचलते वह काफी तनाव में रहता था।
सीवान: 783 संदिग्धों में से 755 की रिपोर्ट निगेटिव
कोरोना के प्रकोप से बिहार में सबसे ज्यादा प्रभावित जिला सीवान है। अब यहां संक्रमितोंका आंकड़ा घटने लगा है। 29 पॉजीटिव मरीजों में से 6 डिस्चार्ज हो चुके हैं। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद क्वारैंटाइन सेंटर से भी 133 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। 783 संदिग्धों में 755 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी 1664 लोग क्वारैंटाइन सेंटर में हैं। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. एमआर रंजन ने बताया- डिस्चार्ज मरीजों को अभी क्वारैंटाइन सेंटर में ही रखा गया है।
बेगूसराय: कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बीहट नगर सील
बेगूसराय जिले के बीहट नगर में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद इलाके को चारों तरफ से सील कर दिया गया। क्षेत्र में प्रवेश के सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है। आवश्यक सेवाओं को ही आने-जाने की मंजूरी है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा, जेल भेजने की कार्रवाई भी की जा सकती है।