बढ़ती ठंड में स्वास्थ्य का रखें खास ध्यान:- रफीक
रिपोर्ट:-रामानंद कुमार ब्यूरो मधेपुरा
मधेपुरा:-दिन प्रतिदिन बढ़ रही सर्दी व ठंडी हवाएं विशेष कर नन्हें-मुन्ने बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। लिहाजा छोटे बच्चों को सुबह व शाम के समय बाहर न निकालें। उन्हें गर्म कपड़े, स्वेटर व टोपी पहनाकर रखें, जिससे उन्हें ठंड न लगे।
अस्पताल में सर्दी से नजला, खासी व श्वास की बीमारी के मरीज की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। ऐसे में नन्हें बच्चों को ठंड से बचाना जरूरी है। दोपहर में तेज धूप के कारण कई बार बच्चों के कपडे़ कम कर दिए जाते हैं, जिसके कारण वह बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
इस संबंध में रफीक ने बताया कि तापमान में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण नजला, खांसी व श्वास जैसी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं, जिनमें बच्चों व वृद्ध व्यक्तियों की तादाद ज्यादा हैं। बच्चों के विशेषज्ञ मुताबिक नवजात बच्चों को गर्म कपडे़ पहना कर रखें। स्कूली बच्चों को तुलसी व अदरक डालकर चाय दें। संतरे, किनु व शहद बच्चों को खिलाएं।
दिन प्रतिदिन बढ़ रही सर्दी व ठंडी हवाएं विशेष कर नन्हें-मुन्ने बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। लिहाजा छोटे बच्चों को सुबह व शाम के समय बाहर न निकालें। उन्हें गर्म कपड़े, स्वेटर व टोपी पहनाकर रखें, जिससे उन्हें ठंड न लगे।
बडे़ भी रखें सर्दी में ध्यान
संजीवनी नर्सिंग होम के रफीक का कहना है कि सर्दी बच्चों के साथ-साथ बड़ों पर असर डालती है। ठंड से बड़ों को सीने में दर्द, दिल की धड़कने तेज होना, सांस फूलने जैसी समस्या हो सकती हैं। रफीक ने बताया कि सर्दियों में ब्लड प्रेशर व शुगर को कंट्रोल रखने का सुझाव दिया जा रहा है और अस्थमा वाले मरीज सर्दी में अपना पूरा ख्याल रखे। अपने खान-पान का भी ध्यान रखें।